“रिपब्लिक टीवी में पत्रकारिता वास्तव में मर चुकी है”: रिया चक्रवर्ती के मामले पर अर्नब गोस्वामी की सहयोगी ने दिया इस्तीफा, ट्वीट कर चैनल पर लगाए कई आरोप

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अंग्रेजी समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ की प्रतिनिधि ने मीडिया की नैतिकता पर सवाल उठाते हुए अर्नब गोस्वामी के टीवी चैनल से इस्तीफा दे दिया। सुशांत मामले में बेहद आक्रामक नजर आए रिपब्लिक टीवी की महिला पत्रकार शांताश्री सरकार ने अर्नब गोस्वामी के चैनल से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्विटर इस बात की घोषणा करते हुए कई अहम आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने रिपब्लिक टीवी पर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रेमिका और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को लेकर ‘आक्रामक एजेंडा’ चलाने का भी आरोप लगाया।

रिया चक्रवर्ती

बता दें कि, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ड्रग्स का एंगल जुड़ने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने भी कमान संभाल ली है और अभिनेता की पूर्व प्रेमिका रिया चक्रवर्ती को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। टीवी चैनलों पर इस पूरे मामले को लेकर पिछले करीब दो महीनों से खूब बहस हुई है और रोज नए-नए तथ्यों को सामने लाने का दावा भी मीडिया की ओर से किया गया।

मीडिया की पूरे मामले में भूमिका पर बहस दो धड़ों में बंट गई है। कई लोग टीवी चैनलों पर गैरजरूरी तरीके से इस मामले को सनसनीखेज बनाने का आरोप लगा रहे हैं। इस बीच, रिपब्लिक टीवी पत्रकार शांताश्री सरकार ने इस्तीफे की घोषणा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि वे नोटिस पीरियड पर हैं लेकिन अब अपनी बात कहने से खुद को नहीं रोक पा रही हैं। शांताश्री सरकार तीन साल पहले भाजपा समर्थक अर्नब गोस्वामी के चैनल से जुड़ी थी।

शांताश्री सरकार ने अपने पहले ट्वीट में कहा, “मैं आखिर सोशल मीडिया पर इसे रख रही हूं। मैंने रिपब्लिक टीवी को नैतिक कारणों से छोड़ रही हूं। मैं अब भी नोटिस पीरियड में हूं लेकिन रिपब्लिक टीवी की ओर से रिया चक्रवर्ती को लेकर चलाए जा रहे आक्रामक एजेंडे पर बात रखने से खुद को नहीं रोक पा रही हूं। अब ये जरूरी है कि बोला जाए।”

शांताश्री ने इसके बाद कई और भी ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि सुशांत केस में उनसे सब कुछ के बारे में तहकीकात के लिए कहा गया लेकिन सच्चाई को नहीं। उन्होंने लिखा कि उन्हें दोनों परिवारों के सूत्रों से पता चला है कि सुशांत डिप्रेशन में थे लेकिन ये रिपब्लिक के एजेंडे के अनुसार नहीं था। उन्होंने ये भी लिखा है कि उन्हें वित्तीय एंगल पर भी जांच के लिए कहा गया। शांताश्री के अनुसार रिया के पिता के अकाउंट डिटेल्स भी मिले थे लेकिन यहां मिली बातें भी रिपब्लिक के एजेंडे के अनुसार नहीं थी।

शांताश्री यहीं नहीं रूकी और उन्होंने ये आरोप भी लगाए कि जब वे महिला (रिया चक्रवर्ती) के खिलाफ खबरें लेकर नहीं आ रही थी तो उन्हें सजा के तौर पर 72 घंटे तक काम कराया गया। इससे पहले शांताश्री ने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘रिपब्लिक टीवी में निश्चित तौर पर पत्रकारिता मर गई है। अब तक मैंने जो भी स्टोरी की है, उस पर मैं गर्व से कह सकती हूं कि कोई पक्षपात नहीं था। जब एक महिला को बदनाम करने के लिए मुझे नैतिकताओं को परे रखना था, तब मैंने आखिरकार एक स्टैंड लिया #JusticeForRhea’

शांताश्री ने ये भी लिखा कि चैनल के कई सहकर्मियों को लगता है कि रिया के अपार्टमेंट के बाहर डिलिवरी ब्वॉयज और लोगों को परेशान करने, चिल्लाने और महिलाओं के कपड़े खींचना से वे चैनल में बने रहेंगे। शांताश्री लिखती हैं कि सुशांत के फैंस को याद रखना चाहिए कि परिवार ने रिया पर अपने बॉयफ्रेंड के साथ बैठकर ड्रग्स लेने के आरोप नहीं लगाए हैं। ये मर्डर और हेराफेरी के आरोप हैं जिसकी जांच अभी भी जारी है।

हालांकि, कई लोगों ने शांताश्री सरकार से सवाल किया कि रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी की पत्रकारिता के बारे में उन्हें यह महसूस करने में तीन साल क्यों लग गए।

बता दें कि, इससे पहले अर्नब गोस्वामी के पूर्व सहयोगियों में से एक ने भी उनके समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उनके पूर्व सहयोगी ने टीवी चैनल की पत्रकारिता नैतिकता पर सवाल भी उठाया था। तेजिंदर सिंह सोढ़ी ने एक तीखे ट्वीट के साथ ‘रिपब्लिक टीवी’ से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। तेजिंदर सिंह सोढ़ी ने अपने ट्वीट में लिखा था, “साढ़े तीन साल तक पत्रकारिता की हत्या के लिए पत्रकारिता से माफी मांगने के बाद मैंने रिपब्लिक टीवी से इस्तीफा दे दिया। जल्द ही अधिक जानकारी दूंगा।”

अर्नब गोस्वामी हमेशा अपने शो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर रहते है। उनका शो हमेशा किसी न किसी कारण विवादों में बना ही रहता है। अर्नब गोस्वामी ने भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर और भाजपा समर्थक मोहनदास की मदद से बड़े ही धमाके के साथ 6 मई 2017 को अपने नए इंग्लिश चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ को लॉन्च किया था, जिसके बाद से ही वह लगातार विवादों में रहे हैं। अर्नब गोस्वामी को उनके आलोचक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थक करार देते हैं।

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