“लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी”: RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, दिग्विजय सिंह ने भी साधा निशाना

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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने लिंचिंग करने वालों को हिंदुत्व के खिलाफ बताया था। ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक तीन ट्वीट कर मोहन भागवत की कहीं बातों पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी आरएसएस प्रमुख पर निशाना साधा है।

मोहन भागवत

असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार (5 जुलाई) को अपने ट्वीट में लिखा, “RSS के भागवत ने कहा “लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी”। इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे। ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है।”

उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा, केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहाँ भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि “क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?”

ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “कायरता, हिंसा और क़त्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है। मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है।”

वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे? यदि यह विचार मोहन भागवत जी आप अपने शिष्यों को पालन करने के लिए बाध्य कर देंगे तो मैं आपका प्रशंसक हो जाऊँगा।”

उन्होंने अपने ट्वीट में आगे कहा, “लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा, “यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें। शुरूआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें। मुझे मालूम है आप नहीं करेंगे क्योंकि आपके कथनी और करनी में अंतर है।”

दरअसल, मोहन भागवत ने रविवार को गाजियाबाद में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि, सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘डर के इस चक्र में’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है।

आरएसएस प्रमुख ने लिंचिंग (पीटकर मार डालने) की घटनाओं में शामिल लोगों पर हमला बोलते हुए कहा था कि, ‘वे हिन्दुत्व के खिलाफ हैं।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि लोगों के खिलाफ लिंचिंग के कुछ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं।

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