गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई से जुड़े कथित रूप से फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप में उत्तर प्रदेश पुलिस ने ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर, राणा अय्यूब और कुछ कांग्रेस नेताओं व ट्विटर समेत 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यूपी पुलिस ने यह FIR ऐसे समय में की है, जब इस मसले ने सियासी रंग ले लिया है।
पुलिस द्वारा दर्ज FIR में मोहम्मद ज़ुबैर, पत्रकार राणा अयूब, न्यूज़ पोर्टल ‘द वायर’, सलमान निजामी, मसकूर उस्मानी, डॉ समा मोहम्मद, सबा नकवी के साथ ट्विटर INC, और ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामजद है। पुलिस ने यह FIR दंगा भड़काने, नफ़रत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को जबरन भड़काने व अन्य धाराओं के तहत दर्ज की है। इन सभी पर IPC की धारा 153,153A, 295A, 505,120B और 34 में केस दर्ज किया गया है।
झूठी वीडियो वायरल करके दंगा भड़काने का षड्यंत्र करने वाले जुबेर, राणा अयूब, वायर,सलमान निजामी, मसकूर उस्मानी, समा मोहम्मद, ट्विटर के विरुद्ध लोनी बॉर्डर थाने में गैर जमानती धाराओं 153/ 153A/ 295A/ 505 / 120B & 34 IPC के अंतर्गत FIR पंजीकृत।
योगी सरकार की बड़ी कार्यवाही। pic.twitter.com/3LZOs7bSJJ
— Prashant Umrao (@ippatel) June 16, 2021
गौरतलब है कि, यूपी के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले ने सियासी रंग ले लिया। एफ़आईआर में कहा गया है कि इस तरह के झूठे ट्वीट्स सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश है और ऐसा करने वाले पत्रकारों और नेताओं ने सच जानने की कोशिश नहीं की और झूठी ख़बरें फैलाईं।
मुस्लिम व्यक्ति के साथ बेरहमी से मारपीट करने और जबरन उनकी दाढ़ी काट दिए जाने का वीडियो साझा करते हुए जुबैर ने ट्वीट किया था, एक बुजुर्ग व्यक्ति, सूफी अब्दुल समद सैफी पर लोनी, गाजियाबाद में पांच गुंडों ने हमला किया था। उसे बंदूक की नोक पर धमकाया गया, पीटा गया, मारपीट की गई और उन्होंने जबरदस्ती उसकी दाढ़ी काट दी। हालांकि, मोहम्मद ज़ुबैर ने बाद में अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में साम्प्रदायिक पहलू होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि सूफी अब्दुल समद की पिटाई करने वालों में हिन्दू-मुसलमान मिलाकर कुछ छह लोग शामिल थे और सभी उनके द्वारा बेचे गए ताबीज को लेकर नाखुश थे। पीड़िता ने कथित तौर पर जादू-टोना किया था और मुख्य आरोपी परवेश गुर्जर को एक तावीज़ बेचा था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने जुबैर द्वारा पोस्ट किए गए मूल ट्वीट को साझा किया और गाजियाबाद पुलिस से कार्रवाई करने को कहा। गाजियाबाद पुलिस ने जवाब दिया, ‘सर, हमने संज्ञान लिया है। कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है।”
महोदय संज्ञान लिया गया – नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) June 15, 2021
जुबैर ने बाद में ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। उन्होंने लिखा, मैंने जो वीडियो पोस्ट किए थे, उन्हें मैंने डिलीट कर दिया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद पुलिस के अनुसार, गुर्जर के अलावा अन्य प्रमुख आरोपियों में आरिफ, आदिल और मुशाहिद शामिल हैं।
I've deleted the videos that I had posted. The victim's version of him being forced to chant "Jai Shri Ram" at this point in time do not seem to add up based on my conversations with police authorities and other journalists reporting on this issue. https://t.co/cof5bjv3I4
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 15, 2021