पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार आलोचनाओं से घिरी हुई है। इसी बीच केंद्रीय पर्यटन मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने पेट्रोल की कीमतों को लेकर ऐसा बयान दिया है जिससे सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अल्फोंज कन्ननथनम ने कहा है कि जो लोग पेट्रोल डीजल खरीद रहे हैं वो गरीब नहीं है और ना ही वो भूखे मर रहे हैं। अल्फोंज ने कहा कि पेट्रोल खरीदने वाले कार और बाइक के मालिक हैं। उन्हें पेट्रोल डीजल पर ज्यादा टैक्स देना ही पड़ेगा।
It is going to cost enormous amount of money. So we are going to tax people who can afford to pay: Union Minister Alphons Kannanthanam pic.twitter.com/LbPFGZQPmR
— ANI (@ANI) September 16, 2017
अल्फोंज ने कहा, पेट्रोल वही लोग खरीदते हैं जिनके पास कार-बाइक है, निश्चित तौर पर वे भूखे नहीं मर रहे जो इसका खर्च उठा सकते हैं उन्हें पैसे तो देने होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार यहां गरीबों का कल्याण करने आई है, हर गांव में बिजली देने आई है, लोगों के लिए घर बनाने आई है, टॉयलेट बनाने आई है। इस पर काफी सारा पैसा खर्च होगा, इसलिए हम उन लोगों पर टैक्स लगा रहे हैं जो इस काबिल हैं।
बता दें कि, इससे पहले पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा था कि राज्यों द्वारा वैट की दर बढ़ाये जाने से पेट्रोल महंगा बिक रहा है। धर्मेन्द्र प्रधान ने जीएसटी काउंसिल से अपील की है कि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए ताकि पूरे देश में इसकी कीमतें एक जैसी हो सके।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार आलोचनाओं से घिरी हुई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। बता दें कि, इस साल 16 जून से पेट्रोल-डीजल के दाम रोज तय हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तब से पेट्रोल 7.48 प्रतिशत और डीजल 7.76 फीसदी महंगे हो चुके हैं।