बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार की वजह से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत की खबर ने देश को झकझोर कर रख दिया है। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्य के मंत्री तक सभी वहां का दौरा कर रहे हैं, लेकिन बच्चों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भीषण गर्मी के बीच पारा चढ़ने के साथ ही मरीजों के मरने की भी संख्या लगातार बढ़ रही है।
मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इस बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या 100 हो चुकी है और करीब 300 अब भी गंभीर रूप से बीमार हैं। वहीं, दूसरे छोटे अस्पतालों में या बिना इलाज के मरे बच्चों का आंकड़ा अभी उपलब्ध नहीं है। इस बीच राजधानी दिल्ली के बड़े-बड़े टीवी एंकर वहां मौके पर पहुंचकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं, जिस वजह से यह मामला अब काफी गंभीर हो गया है।
हालांकि, कुछ पत्रकारों की रिपोर्टिंग को लेकर सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं। समाचार चैनल आजतक की मशहूर एंकर और कार्यकारी संपादक अंजना ओम कश्यप का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है और लोग उनकी रिपोर्टिंग पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। अंजना पर मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर को परेशान करने और अपमानित करने के आरोप लग रहे हैं।
वायरल वीडियो में अंजना मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल के आईसीयू के अंदर से लाइव प्रसारण कर रही हैं। वीडियो में, कश्यप एक डॉक्टर पर नाराजगी व्यक्त करती हुई नजर आ रही हैं। जब उन्हें पता चलता है कि आईसीयू में मौजूद बच्चों की संख्या उपलब्ध बेड की संख्या से कहीं अधिक है, तो वह डॉक्टर पर भड़क जाती हैं। वहीं, जब डॉक्टर बच्चों के इलाज के लिए जा रहा है तब अंजना उसे जबरन रोककर सवालों की बौछार कर रही हैं।
वीडियो में डॉक्टर एक बार फिर स्ट्रेचर पर ले जाए जा रहे एक मरीज की ओर मुड़ता है, तो गुस्से में कश्यप ने एक बार फिर उसे रोकते हुए पूछा, “डॉक्टर साहब, आप कहां जा रहे हैं?… अगर मैं माइक ऑन नहीं करती है तो आप एक घंटे तक मरीज को मुड़कर नहीं देखते।” डॉक्टर कश्यप के आरोपों पर आपत्ति जताते हुए जवाब देते हैं। वह गुस्से से पूछते हैं, “आप क्या बात कर रही हैं? मैं चक्कर लगा रहा हूं। क्या मैं यहां बैठा हूं? नर्स नए रोगी को लेकर जा रही हैं।”
लोगों का कहना है कि अंजना को यही गंभीर सवाल डॉक्टरों के बजाय सरकार और उनके मंत्रियों से पूछना चाहिए।वीडियो वायरल होने के बाद कश्यप को व्यापक निंदा का सामना करना पड़ रहा है। वीडियो साझा करते हुए आजतक ने कैप्शन में लिखा है, “जब एक बच्ची के ईलाज के लिए डॉक्टर से भिड़ गई पत्रकार।”
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
How insensitive??? Questions with which CM, PM, concerned ministers, area MP n MLAs need to be grilled with, .@anjanaomkashyap is grilling the doctors. And how insensitive n inhuman is to waste time of a doctor who is trying to treat such patients with whatever resources he has?? https://t.co/WpaAaYbJzT
— Adv. Somnath Bharti (@attorneybharti) June 18, 2019
this is @aajtak @anjanaomkashyap reporting.
This is the kind of media promoted voilence against doctors.
Is providing the infrastructure also now doctor responsibility? Look at the doctor patient ratio?
What can 1 doctor do with 100 patients admitted@IMAIndiaOrg @NitishKumar pic.twitter.com/ROrwof9REJ— Dr kafeel khan (@drkafeelkhan) June 18, 2019
This shameless @anjanaomkashyap lady blaming to all the doctors for poor conditions of hospital.
.You all can see how all Doctors doing best to help kids but for fake sympathy and propaganda to save government she crossed all limit of Shamelessness. pic.twitter.com/wUuwXgm1dS
— Azaad (@dostam_comrade) June 18, 2019
Journalism in India. #AnjanaOmKashyap barges into the ICU, starts accusing the Doctor, judges him, demoralize him. Who gave her permission to enter ICU? Who gave her permission to judge? Look at that young doctor's face. Tired,,, overworked, attending to everyone. #Muzaffarpur pic.twitter.com/S3QPBsey0a
— Amarario (@synapse_doc) June 18, 2019
Congratulations for harrassment of staff and obstructing treatment of a already failed system. Pls talk in this tone to the CM instead of shouting on a helpless doctor pic.twitter.com/KcTemtBR2F
— Rajat Gupta (@gupta_rajat_doc) June 18, 2019
#AnjanaOmKashyap madam have some shame. Introspect. Doctors are managing 3 patients on single bed. Ask why to ministers.Dressing fancy, shouting and accusing doctor won't help. You're behaving cheap. Is this how your parents taught you to behave? #Muzaffarpur #lycheeencephalitis pic.twitter.com/lbUUqmY2vu
— Amarario (@synapse_doc) June 18, 2019
बता दें कि बिहार में एक्यूट एंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (दिमागी बुखार) से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत के बाद मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज (एसकेएमसीएच) में हालात का जायजा लेने मंगलवार को पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिला प्रशासन के अनुसार, सरकारी एसकेएमसीएच और निजी केजरीवाल अस्पताल में अभी तक दिमागी बुखार से 105 बच्चों की मौत हुई है।