यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने के बाद अब इसका असर बिहार में अवैध बूचड़खानों पर भी देखा जा रहा है। खबर के मुताबिक पटना हाई कोर्ट ने निर्देश दिया था कि रोहतास में सभी अवैध बूचड़खानों को 6 हफ्तों के भीतर बंद कर दिया जाए। जिसके बाद बिहार में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च तक लाइसेंस रिन्यू नहीं होने के कारण रोहतास के बिक्रमगंज में जिला प्रशासन ने 7 बूचड़खाने सील किए। आज तक की ख़बर के अनुसार, बिहार में बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर दबाव बनाते हुए ना केवल अवैध बूचड़खानों को बंद करने की मांग उठाई थी बल्कि उन बूचड़खानों को जिनको लाइसेंस जारी किया है, उनके लाइसेंस को भी रद्द करने की बात कही थी।
Seven illegal slaughterhouses have been sealed in Bihar's Rohtas district pic.twitter.com/WXOnt5g1Mn
— ANI (@ANI) April 1, 2017
इस मुद्दे को बिहार विधानसभा में उठाते हुए प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा था कि अगर नीतीश कुमार सरकार ने जल्द से जल्द अवैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं की और उन्हें बंद नहीं किया तो इसको लेकर बीजेपी सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी।
Patna High Court had directed that all illegal slaughterhouses in Rohtas be sealed within 6 weeks
— ANI (@ANI) April 1, 2017
बता दें ंकि, यूपी में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही सबसे पहले अवैध बूचड़खानों को निशाने पर लिया गया था। जिसके बाद झारखंड में भी राज्य सरकार ने सभी अवैध बूचड़खानों को बंद करने का आदेश जारी किया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के बाद कई राज्यों में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है।