अमरनाथ यात्रा: 19 दिनों में अभी तक 48 तीर्थयात्रियों की हो चुकी है मौत

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पिछले महीने 29 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या कुल मिलाकर 48 हो गई है। इस यात्रा से लौटने के दौरान मध्य प्रदेश निवासी एक श्रद्धालु की मौत हो गई। 48 दिनों तक चलने वाली इस सालाना यात्रा (अमरनाथ गुफा यात्रा) के दौरान हुई इन मौतों की जानकारी अधिकारियों ने दीं।PTI के मुताबिक, पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुफा से दर्शन करके पहलगाम के नुनवान शिविर में लौटने के दौरान पीसू टॉप पर मंगलवार(18 जुलाई) शाम रोमेश्वर पाटीदार की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि व्यक्ति की मौत के कारण की जांच की जा रही है। इसके साथ ही प्राकृतिक कारणों से अमरनाथ यात्रा के दौरान 19 दिनों के अंदर इस साल मरने वाले यात्रियों की संख्या 20 हो गई है।

इसके अलावा आठ यात्रियों की मौत बस पर हुए आतंकवादी हमले में 10 जुलाई को हुई थी। वहीं 20 अन्य श्रद्धालुओं की मौत कई सड़क दुर्घटनाओं में हुई है। राज्य के राज्यपाल और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने अब तक मारे गए या घायल हुए यात्रियों से संबंधित मुद्दों की मंगलवाल को समीक्षा की।

एसएएसबी के सीईओ उमंग नरूला ने अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी कि 19 श्रद्धालुओं की मौत चिकित्सा कारणों से हो गई। वहीं, 20 यात्रियों की मौत दुर्घटनाओं में हुई है। नरूला ने बताया कि आतंकवादी हमलों में मारे गए श्रद्धालुओं के परिजन के लिए अनुग्रह राशि बढ़ाने का निर्णय किया गया है।

उन्होंने बताया कि अध्यक्ष के निर्देश पर किसी भी परिस्थिति में मारे गए श्रद्धालुओं के शवों को हवाई मार्ग से उनके घर तक पहुंचाने का पूरा खर्चा एसएएसबी वहन करता है। उन्होंने बताया कि अब तक के 37 मामलों में बोर्ड ने मृतक के घर तक शव पहुंचाने के लिए एक अटेंडेंट का खर्चा भी उठाया है। अभी तक बोर्ड ने शवों को उनके घर तक पहुंचाने में 14.66 लाख रुपये और अनुग्रह राशि देने में 1.34 करोड़ रुपये खर्च किया है।

अमरनाथा यात्रियों पर आतंकी हमला

बता दें कि इससे पहले 10 जुलाई को ही जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। हमले में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जबकि 32 अन्य घायल हो गए थे। दो हमलावर बाइक पर आए थे। आतंकवादियों ने पहले पुलिस की बख्तरबंद गाड़ी पर हमला किया।

जब पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की तो आतंकवादी अंधाधुंध गोलियां चलाते हुए फरार हो गए। अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस सोनमर्ग से आ रही थी। श्रद्धालु अमरनाथ गुफा के दर्शन करके वापस लौट रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने बस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी।

29 जून को शुरू हुई यात्रा

गौरतलब है कि इस बार अमरनाथ यात्र 29 जून को आरंभ हुई थी और 7 अगस्त तक चलेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्र के शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार की मदद हेतु 40,000 अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती की है। सुरक्षाबल श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन, बुलेटप्रूफ मोबाइल बंकर सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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