मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले में एक और मौत हो गई है। एक पूर्व इंडियन फोरेस्ट सर्विस के अधिकारी का शव ओडिशा में रेलवे ट्रैक पर मिला है।
इससे पहले व्यापम घोटाले में 50 के करीब मौत हो चुकी है।
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, IFS ऑफिसर विजय बहादुर झारसुगुडा इलाके में रेलवे ट्रैक मृत पाये गये हैं। बहादुर का मृत शरीर 15 अक्टूबर को मिला। यह रिटायर व्यूरोक्रेट व्यापम द्वारा आयोजित दो रिक्रूटमेंट परीक्षाओं के ऑवजर्बर थे।
दरअसल व्यापम घोटाले में सीबीआई जांच शुरू होने के बाद हो रही मौतों का सिलसिला थम गया था, लेकिन कुछ महीने बाद यह फिर शुऱू हो गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक बहादुर अपनी पत्नी के साथ ओडिशा के पूरी में आयोजित 1978 बैच के IFS अधिकारियों के सम्मेलन में शिरकत करने गए थे। जब वह भोपाल लौट रहे थे तब उनका मृत शरीर रेलवे ट्रैक पर पाया गया।
बहादुर की पत्नी नीता ने संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पति ट्रेन के ए.सी. कम्पार्टमेंट के खुले दरवाजे को बंद करने गये उसके बाद वे वहां से वापस नहीं लौटे।
बहादुर की मौत मेडिकल की छात्रा नम्रता दामोर की मौत जैसी है। नम्रता का शव जनवरी 2012 में उज्जैन इलाके में रेल ट्रैक पर मिला था।
जबकि जी.आर.पी. झारसुगुडा के डी.एस.पी. दिलीप बाग का कहना है कि प्रथम दृष्टि में बहादुर की मौत चलती ट्रेन से गिरने की वजह से हुई मालूम पड़ती है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत की वजह का खुलासा हो सकता है। बाग ने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है।