प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक सूचना का अधिकार (आरटीआई) अर्जी के जवाब में कहा है कि इस साल जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिटनेस वीडियो बनाने में कोई खर्च नहीं आया था। बता दें कि योग दिवस के एक हफ्ते पहले 13 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपना एक फिटनेस वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह एक चट्टान पर पीठ के बल व्यायाम करते, नंगे पांव टहलते हुए और योग करते हुए दिख रहे थे।
इस दौरान पीएम मोदी ने काले रंग की जॉगिंग पोशाक पहन रखी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की एक फिटनेस चुनौती स्वीकार करने के कुछ दिनों बाद यह वीडियो जारी किया था। विराट कोहली ने 23 मई को एक्सरसाइज का एक वीडियो शेयर करते हुए अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और पीएम नरेंद्र मोदी को फिटनेस चैलेंज दिया था।
Here are moments from my morning exercises. Apart from Yoga, I walk on a track inspired by the Panchtatvas or 5 elements of nature – Prithvi, Jal, Agni, Vayu, Aakash. This is extremely refreshing and rejuvenating. I also practice
breathing exercises. #HumFitTohIndiaFit pic.twitter.com/km3345GuV2— Narendra Modi (@narendramodi) June 13, 2018
पीएमओ ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत दी गई एक अर्जी के जवाब में कहा है, ‘नरेंद्र मोदी ने जो वीडियो पोस्ट किया था उसे बनाने में कोई खर्च नहीं आया था। वीडियो प्रधानमंत्री आवास में बनाया गया था।’ आरटीआई में जो जवाब प्रधानमंत्री कार्यालय से मिला है उसमें ये भी उल्लेख है कि वीडियोग्राफी पीएमओ के कैमरामैन ने की थी और वीडियो बनाने के लिए किसी भी तरह की कोई खरीदारी नहीं की गई।
कांग्रेस सांसद ने उठाए थे सवाल
दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दावा किया था कि इस वीडियो को बनाने में 35 लाख रुपये का खर्च आया था, हालांकि इस दावे को सरकार ने खारिज कर दिया है। थरूर ने ट्वीट किया था, ‘योग दिवस के मौके पर विज्ञापनों पर 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए, प्रधानमंत्री के फिटनेस वीडियो पर 35 लाख रुपये खर्च हुआ. इस सरकार में उम्मीद की जगह हव्वा तैयार किया जाता है। उम्मीदों को इन्होंने बर्बाद कर दिया है।’
20 crore rupees in ads for #YogaDay, 35 lambs for @PMOIndia's fitness video! Disgraceful. This government is all about smoke & mirrors. Hype is their substitute for hope — the hopes they have destroyed.https://t.co/vmYZINkRD2
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) July 2, 2018
बता दें कि योग दिवस से पहले ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ अभियान शुरू किया गया था। खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा था कि इसके लिए प्रेरणा स्रोत पीएम मोदी ही हैं। विराट कोहली के चैलेंज को स्वीकार करते हुए #HumFitTohIndiaFit टैग के साथ पीएम मोदी ने 24 मई को चैलेंज के जवाब में लिखा था कि वह जल्द ही अपना वीडियो साझा करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी ने 13 जून को इस फिटनेस वीडियो शेयर किया था।