ट्रोल होने के बाद जायरा वसीम ने डिलीट किए ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट

0

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आमिर खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दंगल’ से डेब्यु कर रातोंरात मशहूर हुईं जायरा वसीम ने अपने ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट डिलीट कर दिए हैं। दरअसल, उन्होंने गुरुवार को भारत में टिड्डियों के हमले को कर्मों का फल बताते हुए ट्वीट किया था। जिसके बाद वह लोगों के निशाने पर आ गईं थी, लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था।

जायरा वसीम

दंगल गर्ल के नाम से जानी जाने वाली पूर्व अभिनेत्री जायरा वसीम ने गुरुवार को एक कविता शेयर की थी, जिसमें मिस्र के पांच संटक की बात की थी। इसमें एक टिड्डियों का झुंड भी शामिल था। जायरा वसीम ने इस ट्वीट में भारत में टिड्डियों के हमले को चेतावनी और इंसान के कर्मों के फल बताया था। जायरा ने अपने ट्वीट में लिखा था, “तो हमने उनपर बाढ़, टिड्डे, जूं, मेंढक और खून भेजा है। संकेत खुलकर ही इस बात को साबित कर रहे हैं लेकिन वे घमंड में डूबे हुए थे। पाप करने वाले लोगों को ये दिया गया। Qur’an 7:133।”

जायरा वसीम के इस ट्वीट के बाद लोग नाराज हो गए और उन्हें निशाने पर ले लिया। जायरा को ऑनलाइन ट्रोल किया जाने लगा और उन्हें खूब सारे बुरे कमेंट्स का सामना करना पड़ा। मामले को बढ़ता देख जायरा वसीम ने अपने इस ट्वीट कोई डिलीट कर दिया। इसके साथ ही अपने ट्विटर अकाउंट भी डिलीट कर दिया। यहां तक कि उन्होंने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट भी डिलीट कर दिया।

बता दें कि, बीते साल 2019 में जायरा वसीम ऐक्टिंग छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने लिखा था की मैं भले यहां फिट हो रही हूं लेकिन मैं यहां की नहीं हूं। यह मुझे मेरे ईमान से दूर कर रहा है। उनका कहना था कि यह रास्ता उन्हें अल्लाह से दूर कर रहा है। वह आखिरी बार फिल्म द स्काई इज पिंक में नजर आईं थी। ये फिल्म उनके संन्यास लेने के बाद रिलीज हुई।

गौरतलब है कि, इस समय भारत के किसानों के लिए पाकिस्तान से आया टिड्डियों का दल एक बड़ी मुसीबत बन गया है। देश के कई राज्यों में इसका हमला हो चुका है। टिड्डियों के हमले ने अब तक कई हेक्टेयर फसल खराब कर दी है।

Previous articleभोपाल: साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के ‘लापता’ के लगे पोस्टर, मध्य प्रदेश BJP ने कहा- उपचार के लिए दिल्ली के AIIMS में हैं भर्ती
Next articleटिक टॉक और यूट्यूब के बीच छिड़ी जंग के बीच झारखंड के गरीब भाई-बहन का वीडियो हुआ वायरल, लोगों ने पूछा- “क्या टिक टॉक को दलितों का प्लेटफॉर्म होने की सजा मिल रही हैं?”