उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को किसान नरसंहार के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़कों पर उतरा हुआ है। इसी बीच, भारतीय युवा कांग्रेस ने भी मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ सड़को पर विरोध प्रदर्शन किया।
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि, भाजपा की क्रोनोलॉजी देश समझ चुका है, अब भाजपा की कुचलो और बर्बाद करो की नीति नहीं चलेगी। देश लखीमपुर खीरी नरसंहार में मृत किसानों को न्याय दिलाने के लिए मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए आगे कहा कि, मंत्री को पद से बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं? लखीमपुर खीरी नरसंहार में मंत्री पुत्र की संलिप्तता साबित हो चुकी है, इसके बाद भी सरकार और प्रशासन अन्याय करने में लगी है, इसलिए आवाज उठाना जरूरी है।
युवा कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर लेकर अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।अजय मिश्रा को हटाने की माँग के साथ पुतले भी फूंके गए। हालांकि, कार्यकर्ता सदन कूच करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक दिया।
संसद भवन से क़रीब 500 मीटर की दूरी पर शास्त्री भवन के सामने @srinivasiyc के नेतृत्व में @IYC का प्रदर्शन। लखीमपुर खीरी मामले में ‘न्याय सुनिश्चित करने के लिए’ गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने की माँग के साथ पुतले भी फूंके गए। पुलिस ने Fire Extinguisher से आग बुझायी। pic.twitter.com/H5oJehCxI4
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) December 20, 2021
गौरतलब है कि, लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया, न कि लापरवाही थी।
एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिए गए आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।
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