राम मंदिर पर PM मोदी के बयान से संतुष्ट नहीं वीएचपी, कहा- कोर्ट के फैसले के लिए अनंतकाल तक नहीं कर सकते इंतजार

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अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद वह हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं। समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाने दीजिए। इस प्रक्रिया की समाप्ति के बाद सरकार के तौर पर हमारी जो भी जिम्मेदारी होगी, हम हर प्रयास करने के लिये तैयार हैं। बता दें कि फिलहाल राम मंदिर का सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। शीर्ष अदालत इसी महीने इस मामले की नियमित सुनवाई कब से होगी इसकी घोषणा करेगा।

हालांकि, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हुए कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए अनंत काल तक प्रतीक्षा नहीं कर सकते हैं और अदालती कार्यवाही पूरी होने से पहले सरकार को कानून लाकर अयोध्या में राम मंदिर बनाने का रास्ता प्रशस्त करना चाहिए। हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाए जाने की मांग करते हुए बुधवार को कहा कि इस मुद्दे पर अदालत के फैसले के लिए ‘‘हिन्दू अनंत काल तक इंतजार नहीं कर सकते।’’

विहिप की यह टिप्पणी तब आई जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा कि राम मंदिर के लिए अध्यादेश पर फैसला न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही किया जा सकता है, लेकिन सरकार अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए सभी कदम उठाने को तैयार है।

विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक वक्तव्य में कहा कि सभी पहलुओं पर समग्र चिंतन के बाद विश्व हिन्दू परिषद का स्पष्ट मत है कि हिंदू समाज से अनंत काल तक न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा की अपेक्षा नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, ‘‘इसका एकमात्र उचित समाधान यही है कि संसद द्वारा कानून बनाकर श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का मार्ग अभी प्रशस्त किया जाए।’’

कुमार ने कहा, ‘‘हमने माननीय प्रधानमंत्री का श्रीराम जन्मभूमि संबंधी वक्तव्य देखा। जन्मभूमि का मामला गत 69 वर्षों से अदालतों में चल रहा है तथा इसकी अपील सर्वोच्च न्यायालय में वर्ष 2011 से लंबित है। प्रतीक्षा की यह एक लम्बी अवधि है। हिन्दू समाज अनंत काल तक इंतजार नहीं कर सकता।’’ पीएम मोदी ने नव वर्ष के अवसर पर मंगलवार को एक साक्षात्कार में कहा था कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने से पहले अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश नहीं लाया जाएगा।

विहिप से पहले राम मंदिर पर प्रधानमंत्री के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पीएम मोदी के बयान का स्वागत किया है। RSS ने मंगलवार को कहा कि लोगों को उम्मीद है कि मोदी सरकार राम मंदिर का निर्माण कराने के वादे को अपने कार्यकाल में पूरा करेगी क्योंकि बीजेपी इसके लिए हर संभव कोशिश करने का वादा कर 2014 में सत्ता में आई थी। संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की यह प्रतिक्रिया राम मंदिर पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बाद आई है।

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