मध्य प्रदेश की साइबर क्राइम पुलिस ने अश्लील वेबसाइट बनाने एवं इसके जरिए देह व्यापार कराने के मामले में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के एक स्थानीय नेता एवं तीन ग्राहकों सहित नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। जबकि बुधवार रात बलिया रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस ने 36 किलो गांजे के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए तस्करों में रामाशीष ने खुद को मऊ जिले के विहिप का पूर्व जिलाध्यक्ष बताया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक थानाध्यक्ष जीआरपी बलिया दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि विहिप के पूर्व जिलाध्यक्ष रामअशीष के साथ पांच महिलाओं और दो बच्चे अपने बैग में गांजा भरकर बंगाल से आ रहे थे। ट्रेन में चेकिंग के दौरान संदेह होने पर सभी के बैग की तलाशी ली गई तो मामला प्रकाश में आया।
रामाशीष ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उसके कहने ही पर सकना बीबी पत्नी फजुल अली, माजिदा बेगम पत्नी अफजल अली, चामीना बेगम पत्नी मुस्तफा अली, तस्लीम बेगम, सायरा बेगम निवासी उड़ीयस थाना रंगिया जिला कामरुप असम ने गांजा की तस्करी करने निकलीं थी।
जीआरपी ने इस मामले में धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया गया। पकड़े गए गांजे की अंतराष्ट्रीय कीमत करीब 15 लाख रुपये है। आपको बता दे कि 2017 के विधानसभा चुनाव में रामाशीष मऊ सदर विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुका है।
इस मामले में मऊ और बलिया के विहिप के विभाग मंत्री रामकृष्ण भारद्वाज ने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष रहे रामआशीष राय को उनके कृत्य के कारण संगठन ने काफी समय पहले हटा दिया था। इससे पूर्व भी उनके विरुद्घ संगठन को शिकायतें मिल रही थी। इस पर संगठन ने उन्हें पद से हटाया।