विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठाया है। विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह अयोध्या में भगवान राम का मंदिर निर्माण सुनिश्चित कराने के रास्ते की सभी बाधाएं एक साल के भीतर दूर करे।
विहिप ने यह मांग भी की कि राम मंदिर के निर्माण का अधिकार राम जन्मभूमि न्यास को दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी राम जन्मभूमि न्यास को दी जानी चाहिए, क्योंकि इसने तीन लाख पत्थर पहले से तैयार कर रखे हैं और उसे संतों का समर्थन प्राप्त है।”
सिंघल ने यह भी कहा कि सरकार मस्जिद निर्माण के लिए कोई दूसरे स्थान का सुझाव दे।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय अपने एक फैसले में कह चुका है कि मंदिर के बगल में एक मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है। लेकिन मामले के दोनों पक्षों ने उसके बाद सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिकाएं दायर की, जहां मामला अभी लंबित है।
विहिप ने 9-10 जनवरी को इस मुद्दे के समाधान पर चर्चा के लिए हिंदू संगठनों और संतों की एक राष्ट्रीय संगोष्ठी बुलाई है।