उत्तर प्रदेश सरकार ने सूखा प्रभावित बुंदेलखंड इलाके को केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई पानी की ट्रेन को लेने से मना कर दिया है। रेल मंत्रालय को भेजे गए एक पत्र में अखिलेश यादव सरकार ने कहा है उत्तर प्रदेश में लातूर के जैसे हालात नहीं हैं।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि अगर हमें पानी की जरूरत महसूस होगी तब हम रेलवे को सूचित कर देंगे।
भीषण गर्मी की वजह से उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की भारी किल्लत है। मीडिया में आई तमाम रिपोर्टों के बाद केंद्र सरकार का ध्यान इस समस्या की तरफ गया। इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बुंदेलखंड इलाके के 10 सांसदों से मुलाकात भी की थी।
समूचे बुंदेलखंड में पानी की समस्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के कई किसान सूखे के कारण अपनी फसलों के नुकसान की वजह से कथित तौर पर आत्महत्या कर चुके हैं।