“जो किसान सरकार बनाना जानता है, वो उतारना भी जानता हैं”: किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे अजय कुमार लल्लू ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में कहा

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उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शुक्रवार (29 जनवरी) को किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से मुलाताक की। बता दें कि, राकेश टिकैत के समर्थन में तमाम लोग गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे, इसके साथ ही विपक्षी नेताओं का जमावड़ा भी लगने लगा। गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे अजय कुमार लल्लू ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसानों के साथ खड़ी रही है और आगे भी रहेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी और काले कानून वापस लेने होंगे।

अजय कुमार लल्लू

‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, “किसान भगवान है, देश का अन्नदाता है। धरती का सीना चीरकर अन्न पैदा करता है और इतिहास गवा है जो-जो भगवान (किसानों) से ठकराया है, वो चूर-चूर हो गया है। जो किसान सरकार बनाना जानता है, वो उपर से उतारना भी जानता हैं। काले कानून के खिलाफ किसान पिछले 68 दिनों से यहां पर बैठे हुए हैं। सरकार दमन की राजनीति कर रही है, वह किसानों की आवाज नहीं सुनना चाहती है। कांग्रेस पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहीं किसानों के साथ खड़ी हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि, “सरकार लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है, संविधान की हत्या करना चाहती है। यह सरकार संविधान को नहीं मानती है। क्या इस देश में किसी को आंदोलन करने का अधिकार नहीं है? आखिर सरकार किसानों की आवाज क्यों नहीं सुनना चाहती है? कांग्रेस पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहीं किसानों के साथ खड़ी हैं।”

 

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का समर्थन करने पहुंची कांग्रेस नेता अलका लांबा ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत करते हुए कहा कि जब तक यह धरना चलेगा वह किसानों के समर्थन में खड़ी रहेगी और मोदी सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी और काले कानून वापस लेने होंगे।

गौरतलब है कि, गुरुवार (28 जनवरी, 2021) को पुलिस और प्रशासन की चहलकदमी के बाद से आशंकित किसान गाजीपुर बॉर्डर से अपना सामान समेटने लगे थे। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता विफल होने के बाद राकेश टिकैत के आंसुओं ने माहौल बदल दिया। हालात ऐसे बन गए कि आधी रात से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तमाम हिस्सों से किसानों के समूह गाजीपुर बॉर्डर की तरफ बढ़ने लगे। जहां धरना खत्म होने की अटकलें लग रही थीं वहां रात में ही हज़ारों की संख्या में किसान जुटने लगे। शुक्रवार की सुबह होते-होते देशभर के किसान भी राकेश टिकैत के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने लगे। किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस फोर्स को बैरंग वापस लौटना पड़ा।

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