भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के साथ उनकी कथित गुप्त मुलाकात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया हैं। खबर है कि अहमदाबाद में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हुई है। अमित शाह से रविवार को जब इस मुलाकात को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सबकुछ सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं।
ख़बरों के मुताबिक, अमित शाह और शरद पवार तथा राकांपा के ही एक और दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल की अहमदाबाद में मुलाकात हुई हैं। इस कथित गुप्त बैठक के बाद से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। दिल्ली में प्रेस को संबोधित कर रहे अमित शाह से सवाल किया गया कि आप कल अहमदाबाद में थे। ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि वहां आपकी शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात हुई है।
इसपर गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि, “सब कुछ सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।” टाइम्स नाउ के एक प्रतिनिधि ने उनसे शरद पवार के साथ उनकी कथित मुलाकात के बारे में पूछा।
Everything can't be made public: Union Home Minister Amit Shah on reports of his meeting with NCP leader Sharad Pawar in Ahmedabad pic.twitter.com/NzCqVl3KhQ
— ANI (@ANI) March 28, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस से बात करते हुए दावा किया कि, “असम और पश्चिम बंगाल में मतदान शांतिपूर्ण और सकारात्मक हुआ है। एक व्यक्ति की भी मृत्यु नहीं हुई है। मुझे लगता है कि पश्चिम बंगाल में हमारी सरकार 30 में से 26 से भी ज्यादा सीटें जीत रही है। हम असम में भी 47 सीटों में से 37 से ज्यादा सीटें जीतेंगे।”
कुछ गुजराती समाचार आउटलेट्स के अनुसार, शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने अमित शाह से अहमदाबाद के एक फार्महाउस में मुलाकात की थी। कुछ मीडिया रिपोर्टों ने यह भी दावा किया जा रहा है कि प्रफुल्ल पटेल ने 26 मार्च को गुजरात में भाजपा के करीबी एक बड़े उद्योगपति से भी मुलाकात की थी। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने पहले शाह के साथ अपनी पार्टी के नेताओं की बैठक की रिपोर्टों का खंडन किया था।
उद्योगपति मुकेश अंबानी की बिल्डिंग एंटलिया के बाहर विस्फोटक से भरी कार बरामद होने के बाद से देश की राजनीति में उबाल आया हुआ है। इसके अलावा महाराष्ट्र में चल रही महाराष्ट्र विकास अगाड़ी गठबंधन को लेकर भी कई तरह की अटकलें चल रही हैं। इसी बीच अहमदाबाद में अमित शाह तथा शरद पवार की कथित मुलाकात ने प्रदेश की राजनीति में भविष्य में उथल-पुथल की संभावनाओं को जन्म दे दिया है।
महाराष्ट्र में हाल कई बड़े मामलों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के अलावा कई केंद्रीय एजेंसियां भी सक्रिय हैं इसके अलावा भाजपा के नेता एनसीपी नेताओं को साध कर एक बार फिर महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं इसी संदर्भ में इन दिग्गज नेताओं की मुलाकात को भी देखा जा रहा है।