केरल में आईं बाढ़ की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा रखी है। इस तबाही में हजारों की संख्या में घर-द्वार उजड़ गए तो सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। अब जाकर हालात में कुछ सुधार है लेकिन उसके बाद भी लोगों का जीना दुश्वार है। एनडीआरएफ के अलावा, सेना की तीनों फोर्सेज राहत-बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।
फाइल फोटोइस मुश्किल समय में भारत के सभी राज्यों सहित दुनिया भर के लोग केरल के लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। वहीं, कुछ अफसर इस संकट की घड़ी में भी राहत सामग्री गबन करने में लगे हुए है। इसी बीच, बाढ़ से तबाह केरल में राहत सामग्री का गबन करने के आरोप में वायनाड जिले में राज्य सरकार के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक अन्य वरिष्ठ सरकारी अफसर की शिकायत पर यह कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया है। शिकायत के अनुसार, दो आरोपी एस. थॉमस और एम.पी. दिनेश को पनामाराम गांव में राहत सामग्रियों को वाहन पर रखवाने के दौरान एक राहत शिविर के शरणार्थियों ने रोका।
थॉमस और दिनेश ने कहा कि वे सामग्री को गांव के दूसरे शिविर में ले जा रहे थे मगर इस जवाब से शिविरार्थी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने पुलिस को बुला लिया। पूछताछ में पता चला कि अफसर झूठ बोल रहे हैं। इस बीच चेंग्गनूर में भी ऐसी घटना होने की सूचना मिली है, जहां आरोपी एक अस्थाई सरकारी अधिकारी था।
अधिकारियों ने बताया कि इस समय जहां पूरा देश बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ रहा है वहीं इन अधिकारियों की हरकत शर्मनाक है।