नई दिल्ली। कश्मीर में लगातार हो रहे हिंसक प्रदर्शनों पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार(15 फरवरी) को राज्य के नागरिकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकवाद निरोधक अभियानों के दौरान बाधा पहुंचाने वाले लोगों और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान और आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा लहराने वालों से राष्ट्र विरोधी के तौर पर निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
सेना प्रमुख को यह कड़ा रुख इसलिए दिखाना पड़ा है, क्योंकि एक दिन पहले बीते मंगलवार(15 फरवरी) को घाटी में 2 अलग-अलग मुठभेड़ में एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। बीते कुछ महीनों से सेना और आतंकियों की मुठभेड़ की स्थिति में कई इलाकों में स्थानीय लोगों द्वारा पथराव के मामले बढ़े हैं, जिससे आतंकियों की सीधे मदद मिलती है।
कई बार आतंकी इसकी आड़ में भागने में भी कामयाब हो जाते हैं। कई बार मुठभेड़ के बाद नाराज स्थानीय लोग पाकिस्तान और आईएस के झंडे लहराते भी पाए गए हैं। ऐसी ही घटनाओं को देखते हुए रावत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल ज्यादा हताहत इसलिए हो रहे हैं कि स्थानीय लोग उनके अभियान में बाधा डालते हैं और ‘कई बार आतंकवादियों के भागने में मदद करते हैं।’
सेना प्रमुख ने कहा कि हम स्थानीय आबादी से आग्रह करेंगे कि जिन लोगों ने हथियार उठाए हैं और वे स्थानीय लड़के हैं और अगर वे आईएसआईएस तथा पाकिस्तान के झंडे लहराकर आतंकवादी कृत्य करना चाहते हैं तो हम उनको राष्ट्र विरोधी तत्व मानेंगे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि आज हो सकता है कि वे बच जाएंगे, लेकिन कल हम उन्हें पकड़ ही लेंगे। हमारा अनवरत अभियान जारी रहेगा।