उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के दौरान मारे गए किसानों के परिवार से मिलने जा रहे प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा पिछले लगभग 40 घंटे से यूपी पुलिस की हिरासत में हैं। इस बीच, दीपेंद्र हुड्डा ने अब ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि किसानों को निर्ममता से कुचलने वाले ‘आज़ाद’ हैं और हम 36 घंटों से पुलिस ‘हिरासत’ में हैं।
दीपेंद्र हुड्डा ने अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए मंगलवार को अपने ट्वीट में लिखा, “किसानों को निर्ममता से कुचलने वाले ‘आज़ाद’ हैं और हम 36 घंटों से पुलिस ‘हिरासत’ में। किसान परिवारों में ‘मातम’ छाया हुआ है और लखनऊ में ‘उत्सव’ मनाया जा रहा है। मैं देशवासियों से पूछता हूँ, आप कुचलने वालों का साथ देंगे या कुचले जाने वाले के लिए लड़ेंगे। पुलिस लाइन सीतापुर से।”
किसानों को निर्ममता से कुचलने वाले ‘आज़ाद’ हैं और हम 36 घंटों से पुलिस ‘हिरासत’ में,
किसान परिवारों में ‘मातम’ छाया हुआ है और लखनऊ में ‘उत्सव’ मनाया जा रहा है,
मैं देशवासियों से पूछता हूँ, आप कुचलने वालों का साथ देंगे या कुचले जाने वाले के लिए लड़ेंगे।
पुलिस लाइन सीतापुर से। pic.twitter.com/Ovzfqh35NG
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) October 5, 2021
बता दें कि, रविवार देर रात को लखीमपुर में किसानों के परिवार वालों से मिलने जा रहे प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इस दौरान पुलिस के साथ कांग्रेस नेताओं की नोंकझोक भी देखने को मिली थी। पुलिस जबरन दीपेंद्र हुड्डा को गाड़ी में बैठाते हुए दिखी। इसका विरोध प्रियंका गांधी ने भी किया था। फिलहाल 36 घंटे बाद भी दोनों नेता पुलिस की हिरासत में हैं।
बता दें कि, लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत नौ लोगों की मौत हो गई। किसान संगठनों ने दावा किया है कि आशीष मिश्रा के साथ एक कार ने विरोध कर रहे किसानों को कुचल दिया।
हिंसा के बाद से विवादों में घिरे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा है कि अगर कोई उनके बेटे आशीष मिश्रा के मौके पर मौजूद होने का एक भी सबूत पेश करेगा तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। पत्रकारों से बात करते हुए मिश्रा ने कहा- मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा यदि मेरे बेटे के उस स्थान पर होने के खिलाफ एक भी सबूत सामने आता है, जहां यह घटना हुई थी।