‘जनता का रिपोर्टर’ की ईमानदार व निष्पक्ष पत्रकारिता के 4 साल पूरे होने पर बधाइयों का लगा तांता

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हर साल 3 मई को दुनिया भर में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे या विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। संयोग से इसी दिन ‘जनता का रिपोर्टर’ का भी आगाज हुआ था। लोगों के प्यार एवं आशीर्वाद से निष्पक्ष और ईमानदार पत्रकारिता का समर्थन करने वाले मीडिया संस्थानों में से एक ‘जनता का रिपोर्टर’ का शुक्रवार (3 मई) को चार वर्ष पूरे हो गए। चार साल पूरे होने पर शुक्रवार सुबह से ही देश के दिग्गज पत्रकारों, राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सच्ची पत्रकारिता की पैरवी करने वाले हजारों प्रशंसकों द्वारा ‘जनता का रिपोर्टर’ को शुभकामनाएं देने की होड़ लग गई है।

हमारे पाठक भारी संख्या में हमें ट्विटर और फेसबुक पर लगातार संदेश भेज रहे हैं, जिनके कारण हमारा हैशटैग #JKRTurns4 लगातार ट्रेंड कर रहा है। बता दें कि एक छोटी सी टीम के साथ 3 मई 2015 को ‘जनता का रिपोर्टर’ ने अपना आगाज किया गया था, तो हमें उम्मीद नहीं थी कि इतने कम समय में हम लोगों के विश्वासपात्र बन जाएंगे। हालांकि, शुरूआत के पहले दिन ही ‘जनता का रिपोर्टर’ ने कई साक्षात्कारों को प्रकाशित कर अपना रूख साफ कर दिया था।

इनमें मुख्य रूप से दिल्ली के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इंटरव्यू वायरल हो गया था। हमारे इंटरव्यू को देश के सभी प्रमुख समाचार चैनल्स और अखबारों ने प्रमुखता से जगह दी थी। इस साक्षात्कार में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि मीडिया का ट्रायल होना चाहिए। मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल द्वारा किसी मीडिया हाउस को दिया गया यह पहला इंटरव्यू था।

‘वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे’ पर ही क्यों लॉन्च हुआ वेबसाइट?

यह अजब संयोग है कि आज (3 मई) के ही दिन ‘वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे’ मनाया जाता है और भारतीय मीडिया में क्रांति लाने के लिए आज ही ‘जनता का रिपोर्टर’ का भी आगाज हुआ था। इन चार सालों में तमाम दिक्कतों का सामना करते हुए ‘जनता का रिपोर्टर’ लगातार सच्ची खबरें दिखाने के प्रति अडिग है। यही वजह है कि ‘जनता का रिपोर्टर’ आज कोई भी खबर प्रकाशित करता है तो इसका प्रभाव ऊपर तक होता है।

‘जनता का रिपोर्टर’ के संस्थापक रिफत जावेद का मानना है कि जब वे ‘जनता का रिपोर्टर’ लांच कर रहे थे तो उन्हें इस दिन की विशेषता के बारे में पता नहीं था। उनका कहना है कि उन्हें प्रसन्नता है कि ‘हमारा जन्मदिन (जनता का रिपोर्टर) और प्रेस की आज़ादी को मनाए जाने का दिन एक ही है।’ उन्होंने कहा, “हम जिस माहौल में आज जी रहे हैं वहां प्रेस की आज़ादी पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया है, ऐसे में ‘जनता का रिपोर्टर’ जैसे निष्पक्ष प्लेटफार्म की कामयाबी को पूरे विश्व में प्रेस की आज़ादी के दिवस के तौर पर मनाया जाना एक सुखद संयोग है।”

समर्थन और प्यार के लिए पाठकों का आभार

चौथी वर्षगांठ पर ‘जनता का रिपोर्टर’ के एडिटर-इन-चीफ रिफत जावेद ने पाठकों का आभार व्यक्त करते हुए लोगों से आगे भी0 ऐसे ही अपना समर्थन जारी रखने के लिए गुजारिश की है। साथ ही उन्होंने और जनता का रिपोर्टर की टीम द्वारा सभी को व्यक्तिगत रूप से भेजे गए संदेशों का जवाब नहीं दे पाने पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने एक संदेश में कहा है कि ‘जनता का रिपोर्टर’ की कामयाबी इस बात का प्रतीक है कि इस देश की जनता को मुख्याधारा की मीडिया के एक बड़े वर्ग ने किस हद तक मायूस किया है।

उन्होंने कहा, “पक्षपाती कवरेज और सरकार के सामने नतमस्तक होने के फैसले की वजह से देश की जनता ने हमारी वेबसाइट पर विश्वास जताया है। हमारी निर्भीक पत्रकारिता ने ना कभी किसी उद्योगपति या राजनीतिक पार्टी के सामने सरेंडर किया है और ना कभी भविष्य में यह ताकतें हमें हमारे रास्ते से विचलित कर पाएंगी। क्योंकि जनता के विश्वास से बड़ी कोई ताकत नहीं होती।”

पढ़ें, प्रशंसक द्वारा भेजी गई शभकामनाएं:-

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