तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार (6 सितंबर) को बड़ा फैसला लिया है। केसीआर कैबिनेट ने समय से पहले विधानसभा भंग कर चुनाव कराने का फैसला लिया है। गुरुवार को तेलंगाना विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव राज्य कैबिनेट ने सर्वसम्मति से पास कर दिया है। मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर लगा दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना सरकार के विधानसभा भंग करने के प्रस्ताव को राज्यपाल ईएसएल नरसिंहन ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद राज्य में जल्दी चुनाव का रास्ता साफ हो गया है।
(Source: TelanganaCMO/Twitter)सीएम केसीआर थोड़ी देर में इस फैसले की जानकारी राज्यपाल को देंगे। दरअसल राज्य में सत्ताधारी टीआरएस चाहती है कि तेलंगाना में चुनाव में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के साथ कराए जाएं। आपको बता दें कि फिलहाल तेलंगाना की विधानसभा का कार्यकाल 2 जून 2019 तक था और तेलंगाना में चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होने थे। इस वक्त तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) की सरकार है।
बता दें कि सीएम चंद्रशेखर राव ने अभी हाल ही में एक विशाल रैली की थी, तभी से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि वे राज्य विधानसभा भंग कर जल्दी चुनाव का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं। केसीआर ने गुरुवार को जब मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि केसीआर विधानसभा भंग करने की घोषणा करेंगे।तेलंगाना में विधानसभा की कुल 119 सीटें हैं। राज्य की वर्तमान स्थिति की बात करें तो तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के पास 90, कांग्रेस 13 और बीजेपी के पास 05 सीटें हैं।