चाय व्यापार संघ के एक नेता ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में चाय बागानों में काम करने वालों का दैनिक न्यूनतम वेतन बढ़ाकर 350 रुपए किए जाने का भाजपा का वादा झूठा है, क्योंकि पार्टी ने पांच साल पहले असम में चाय श्रमिकों से किए इसी प्रकार के वादे को पूरा नहीं किया है। बता दें कि, भगवा दल ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में रविवार को वादा किया कि वह राज्य के चाय बागान कर्मियों का न्यूनतम दैनिक वेतन 202 रुपए से बढ़ाकर 350 रुपए करेगी।

चाय कर्मियों की संयुक्त मंच समिति के नेता जियाउल आलम ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) से कहा, ‘‘असम में 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणापत्र में चाय कर्मियों को न्यूनतम 351.33 रुपए देने का वादा किया था। पार्टी ने चुनाव जीता, लेकिन वह वादे को पूरा नहीं कर पाई, इसलिए पश्चिम बंगाल के लिए किया गया वादा भी बिल्कुल झूठा है।’’
असम में भाजपा नीत सरकार ने चाय बागान कर्मियों का दैनिक वेतन 50 रुपए से बढ़ाकर 217 रुपए किए जाने के प्रस्ताव को पिछले महीने मंजूरी दी थी, लेकिन गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (21 मार्च) को कोलकाता में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणा पत्र ‘सोनार बांग्ला संकल्प पत्र’ जारी किया।
भाजपा ने घोषणा की कि यदि पश्चिम बंगाल में उसकी सरकार बनती है तो राज्य सरकार की सभी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, पांच साल के भीतर प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को रोजगार और मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू किया जाएगा।