मशहूर जूलरी ब्रांड तनिष्क के एक विज्ञापन को लेकर शुरु हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ट्विटर पर बायकॉट के ट्रेंड होने और विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगने के बाद कंपनी ने यह विज्ञापन हटा लिया, लेकिन इसके बावजूद इसपर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच, ख़बर है कि गुजरात में तनिष्क के एक स्टोर पर कथित तौर पर हमला किया गया है।

एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक, विज्ञापन के विरोध को लेकर गुजरात के गांधीधाम में कंपनी के एक स्टोर पर हमला किया गया है। वहीं, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को विज्ञापन के लिए माफी पत्र लिखने के लिए भी मजबूर किया। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि हमला करने वाली भीड़ ने मैनेजर से माफीनामे में लिखवाया कि ‘हम सेकुलर ऐड दिखाकर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कच्छ जिले को लोगों सो माफी मांगते हैं।’
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बता दें कि, टाइटन ग्रुप की आभूषण ब्रांड तनिष्क ने मंगलवार को अपने उस विज्ञापन को वापस ले लिया जिसमें दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया था। तनिष्क ने सोशल मीडिया पर तीखे हमले किए जाने के बाद अपना विज्ञापन वापस ले लिया जिसमें कुछ लोगों ने उस पर ‘लव जिहाद’ और ‘फर्जी धर्मनिरपेक्षता’ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। कंपनी के इस कदम को लेकर सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर तीव्र बहस शुरू हो गई। वहीं, इसी बीच अब पूरे मामले पर टाटा समूह के मशहूर जूलरी ब्रैंड तनिष्क की सफाई भी आई।
कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि उसके एकात्म अभियान के पीछे का विचार इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के लोगों, स्थानीय समुदायों और परिवारों को एक साथ आकर जश्न मनाने के लिए प्रेरित करना था, लेकिन ये विज्ञापन जनमानस को खुशहाल होने का मौका देने के बजाए मूल उद्देश्य से भटक गया। ए़ड फिल्म ने अपने उद्देश्य के विपरीत, लोगों की नाराजगी बढ़ाई जिससे हमें गंभीर प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा।
कंपनी ने बयान में आगे कहा कि, ‘हम जनता की भावनाओं के आहत होने से दुखी हैं। अनजाने में हुई इस गलती के लिए हम गहरा दुख प्रकट करते हैं। और देश की जनता की भावनाओं का आदर करने के साथ हम अपने कर्मचारियों, भागीदारों और स्टोर कर्मचारियों की भलाई को ध्यान में रखते हुए इस विज्ञापन को वापस ले रहे हैं।’