…तो क्या अब मोदी सरकार के साथ काम नहीं करना चाहती हैं सुषमा स्वराज?, पत्रकार के ट्वीट पर विदेश मंत्री ने दिया जवाब

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करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए पाकिस्तान से कई मंत्रियों को न्योते आए हैं। जिनमें से एक नाम विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का भी है। सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के न्योते को स्वीकार तो कर लिया है, लेकिन उन्होंने 28 नवंबर को होने वाले इस समारोह में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है।

(HT File Photo)

जी हां, पाकिस्तान से न्योता मिलने के बावजूद सुषमा स्वराज वहां नहीं जा पाएंगी। सुषमा स्वराज ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों का हवाला देते हुए बताया कि उनकी जगह दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह पुरी इस कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने शनिवार रात ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।

इस मामले को लेकर एक पत्रकार की ट्वीट पर विदेश मंत्री ने नाराजगी जताई है। दरअसल, सुषमा स्वराज ने पत्रकार के उस ट्वीट पर जमकर लताड़ लगाईं जिसमें उन्होंने दावा किया था कि पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन समारोह में शामिल ना होने का फैसला लेने के बाद विदेश मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के साथ काम नहीं करना चाहती हैं।

सीमी पाशा नाम की एक महिला पत्रकार ने शनिवार (24 नवंबर) को ट्वीट कर लिखा, ‘क्या किसी और को यह समझ आता है कि सुषमा स्वराज मोदी सरकार और इसकी हरकतों की वजह से अब साथ जुड़ी नहीं रहना चाहती हैं? विदेश मंत्री ने पत्रकार के इस ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि आपको यह बयान ‘अपरिपक्व और मूर्खतापूर्ण’ है।

आपको बता दें कि पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को पाकिस्तान सरकार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अौर पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को अामंत्रित किया है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक ट्वीट कर कहा, “पाकिस्तान की ओर से मैं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू को 28 नवंबर को करतारपुर काॅरीडोर शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करता हूं।”

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने गुरूवार को घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवंबर को करतापुर में शिलान्यास कार्यक्रम की आधारशिला रखेंगेें और इस मौके पर हम पाकिस्तान में सिख समुदाय का स्वागत करते हैं। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब भारत-पाकिस्तान सीमा से 3 किलोमीटर की दूरी पर है। यहीं पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपना अंतिम वक्त गुजारा था।

गौरतलब है कि बीजेपी बीजेपी की प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज ने 2019 में होने वाले अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। 20 नवंबर को की गई इस घोषणा के लिए उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला दिया है। स्वराज ने कहा कि वैसे तो मेरी चुनावी उम्मीदवारी तय करने का अधिकार मेरी पार्टी को है। लेकिन स्वास्थ्य कारणों से मैंने अपना मन बना लिया है कि मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। आपको बता दें कि सुषमा  2009 से ही लोकसभा में मध्य प्रदेश के विदिशा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

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