उन्होंने कहा कि गजनी और उसके भतीजे गाजी मसूद ने भारत में कई धार्मिक स्थलों को तोड़ा और देश को बांटने की कोशिश की। बता दें कि वीएचपी की तरफ से काफी लंबे समय से राजा सुहेलदेव की याद में फिर से सूर्य मंदिर निर्माण की मांग की जा रही है।बताया जाता है कि 11वीं शताब्दी में राजा सुहेलदेव ने ही गाजी सैयद सालार मसूद से युद्ध किया था। वहीं, वीएचपी का दावा है कि वहां पहले से मौजूद एक मंदिर को तोड़कर दरगाह का निर्माण किया गया था।
बता दें कि गाजी सैयद सालार मसूद की दरगाह करीब 1000 साल पुरानी दरगाह है। यूपी की सबसे प्रमुख दरगाहों में से एक इस दरगाह में हिंदू और मुस्लिम दोनों श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि इससे पहले केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के एक महीने बाद ही गाजीपुर से दिल्ली के आनंद विहार तक सुहेलदेव एक्सप्रेस भी चलाई गई।