सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने विवादित जगह को रामलला का बताया। साथ ही कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए कहीं और 5 एकड़ जमीन दी जाए। विवादित ढांचे की जगह पर ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर बनाई जाएगी। इस ऐतिहासिक फैसले के मद्देनजर अयोध्या के चप्पे-चप्पे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू की गई है।
अयोध्या मामले के फैसले के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। अयोध्या में धारा 144 लागू है, साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बेहद संवेदनशील मामले को देखते हुए देशभर में पुलिस अलर्ट पर है।

प्रधान न्यायासधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ , न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पांच सदस्यीय संविधान पीठ शनिवार की सुबह साढ़े दस बजे यह फैसला सुनायेगी। संविधान पीठ ने 16 अक्ट्रबर को इस मामले की सुनवाई पूरी की थी। पीठ ने छह अगस्त से लगातार 40 दिन इस मामले में सुनवाई की थी।
अयोध्या मामले पर आज आने वाले फैसले के मद्देनजर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, जम्मू और कर्नाटक में स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश में स्कूल और कॉलेज शनिवार से सोमवार तक बंद रहेंगे।
देखें लाइव अपडेट्स:
- सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है, हम राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं। इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए बीजेपी और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए: रणदीप सुरजेवाला
Randeep Surjewala, Congress on #AyodhyaVerdict: Supreme Court's verdict has come, we are in favour of the construction of Ram Temple. This judgement not only opened the doors for the temple's construction but also closed the doors for BJP and others to politicise the issue. pic.twitter.com/N1qr6FD1We
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और लोगों से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की
सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 9, 2019
- अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के बाद मुस्लिम पक्षकार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मीडिया से बात करते हुए बाबरी मस्जिद कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। जिलानी ने कहा कि फैसले को पढ़ने के बाद आगे का फैसला लेंगे।
Zafaryab Jilani, All India Muslim Personal Law Board: We will file a review petition if our committee agrees on it. It is our right and it is in Supreme Court's rules as well. #AyodhyaJudgment https://t.co/ICu8y7fOzI pic.twitter.com/iAoOIcjMTz
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सामाजिक ताने बाने को और मजबूत करेगा। मैं लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करता हूं: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
#WATCH "It is a historic and landmark judgement," says Defence Minister Rajnath Singh on #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/0hKNBV79Co
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी को स्वागत करना चाहिए। इस मुद्दे पर कोई और विवाद नहीं होना चाहिए, यही मेरी लोगों से अपील है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
Bihar Chief Minister Nitish Kumar on #AyodhyaVerdict: Supreme Court's judgement should be welcomed by everyone, it will be beneficial for the social harmony. There should be no further dispute on this issue, that is my appeal to the people. pic.twitter.com/WbSypWgoyI
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- हर किसी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना चाहिए और शांति बनाए रखना चाहिए: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
Union Minister Nitin Gadkari on #AyodhyaJudgment: Everyone must accept the Supreme Court judgement and maintain peace. pic.twitter.com/qbHeripdnl
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला दिया है, सही दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार फैसला सुनाया, मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं।
Iqbal Ansari, one of the litigants in Ayodhya case: I am happy that Supreme Court has finally delivered a verdict, I respect the judgement of the court. #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/xNlCsguI2b
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते हैं, लेकिन इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं
Zafaryab Jilani, Sunni Waqf Board Lawyer: We respect the judgement but we are not satisfied, we will decide further course of action. #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/5TCpC0QXl6
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- वकीलों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में जय श्री राम के नारे लगाए, बाद में उन्हें अन्य वकीलों ने इससे मना किया।
Group of lawyers raise Jai Sri Ram slogans in Supreme Court premises, they were later asked to stop by other lawyers. #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/L0QIiUir9z
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- हिन्दू महासभा के वकील वरुण कुमार सिन्हा ने कहा- यह एक ऐतिहासिक फैसला है। इस फैसले के साथ, सर्वोच्च न्यायालय ने विविधता में एकता का संदेश दिया है।
Varun Kumar Sinha, Lawyer of Hindu Mahasabha: It is a historic judgement. With this judgement, the Supreme Court has given the message of unity in diversity. pic.twitter.com/pJW3jJDmx7
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- कोर्ट ने कहा कि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में पांच एकड़ जमीन दी जाएगी। यह फैसला राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर लेंगे।
- मुसलमानों को मस्जिद के लिए दूसरी जगह मिलेगी, विवादित भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने में ट्रस्ट बनाए केंद्र सरकार : सुप्रीम कोर्ट
- कोर्ट ने कहा कि राम चबूतरा बाहरी हिस्से में बनाया गया और वही हिंदुओं की पूजा का केंद्र बना।
- हिंदुओं की आस्था और विश्वास है कि भगवान राम का जन्म गुंबद के नीचे हुआ था। आस्था वैयक्तिक विश्वास का विषय है: सुप्रीम कोर्ट
Supreme Court: Hindus have faith and belief that Lord Ram was born under the dome. Faith is a matter of individual belief. #AyodhyaJudgment https://t.co/iJ6Lj1SxnS
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- CJI ने कहा- सबूत पेश किए गए कि हिन्दू बाहरी अहाते में पूजा किया करते थे।
- सीजेआई ने कहा कि अदालत धर्मशास्त्र और आस्था पर आधारित फैसले नहीं करता।
Chief Justice of India Ranjan Gogoi: Babri mosque was built by Mir Baqi. It is inappropriate for the Court to get into area of theology. #AyodhyaJudgment https://t.co/XxWo9I5pJO
— ANI (@ANI) November 9, 2019
- CJI ने कहा- फैसला पढ़ने में आधा घंटा लगेगा, पुरातत्व विभाग की जांच को ध्यान में रखते हुए कोर्ट यह फैसला ले रहा है।
- चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
- सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे जज, कुछ ही पल में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच सुनाएगी फैसला
- अयोध्या विवाद पर सुप्रीम फैसले से पहले शहर में सुरक्षा-व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में धारा-144 लगा दी गई है।