दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) से स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति (वीआरएव) ले ली है।
उनका ये फैसला राजस्व विभाग में 22 साल तक नौकरी करने के बाद आया है। अभी तक उनके इस फैसले की वजह सामने नहीं आई है लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्होंने ऐसा केजरीवाल की राजनीतिक ज़िम्मेदारियाँ बढ़ने की वजह से किया है।
वहीँ दिल्ली सरकार के क़रीबी सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने खबर दी कि सुनीता को डर था कि दिल्ली सरकार के साथ जारी केंद्र की लड़ाई की वजह से कहीं उन्हें सताया ना जाए।
केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग की तरफ से मंगलवार को जारी एक नोटिस में इसकी जानकारी दी गयी है। श्रीमती केजरीवाल की वीआरएस 15 जुलाई से मानी जायेगी। यदि वह एक साल के भीतर कोई वाणिज्यिक नियुक्ति स्वीकार करती हैं तो उन्हें इसके लिए सरकार से पूर्वानुमति लेनी होगी।
एक उच्च अधिकारी के अनुसार सुनीता अब पेंशन की सुविधा से लाभ उठा सकेंगी क्यूंकि राजस्व विभाग में वो बीस साल से अधिक समय तक नौकरी कर चुकी हैं।