लोकसभा अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बीजेपी नेता सुमित्रा महाजन ने इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी की घोषणा में अर्निणय की स्थिति पर सवाल खड़ा करते हुए शुक्रवार को कहा कि अब वह आम चुनाव नहीं लड़ेंगी। महाजन ने एक पत्र लिखकर कहा है कि बीजेपी ने अभी तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में पहले ही पार्टी में वरिष्ठों से चर्चा कर ली थी। टिकट की राह देख रही महाजन ने पत्र के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है।
File Photo: NDTVआठ बार लोकसभा में सांसद रहीं महाजन ने दिल्ली में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सवाल किया, ‘‘भारतीय जनता पार्टी ने आज तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यह अर्निणय की स्थिति क्यों है? संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है।’’ उन्होंने यह रेखांकित किया कि वह इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठों से पहले ही चर्चा कर चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने निर्णय उनपर ही छोड़ा था।’’
बीजेपी सांसद ने शुक्रवार को एक पत्र जारी कर कहा कि बीजेपी में उनके टिकट को लेकर असमंजस है और निर्णय लेने में दिक्कत हो रही है। इसलिए अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी। पार्टी को अब इंदौर सीट पर जल्द नाम तय करना चाहिए। बता दें कि बीजेपी का गढ़ कही जाने वाली इंदौर सीट पर अब भी असमंजस बना हुआ है। एक के बाद एक नए नाम चर्चा में आने और अब तक नाम तय नहीं होने पर सुमित्रा महाजन ने यह पत्र लिखा है।
Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan's letter announcing that she doesn't want to contest the 2019 elections. She also asks why a candidate has not been declared yet from Indore, appeals to BJP to name a candidate pic.twitter.com/zruHJVCBXF
— ANI (@ANI) April 5, 2019
उम्मीदवार की घोषणा को लेकर पार्टी के अभी भी असमंजस में होने का हवाला देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने बीजेपी से नि:संकोच हो कर मुक्त मन से निर्णय करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है।’’ महाजन ने कहा, ‘‘अपेक्षा करती हूं कि पार्टी उम्मीदवार के नाम पर जल्दी ही फैसला करे ताकि आने वाले दिनों में सभी को काम करने में सुविधा होगी तथा असमंजस की स्थिति समाप्त होगी।’’
उन्होंने इंदौर की जनता से मिले प्रेम और बीजेपी के कार्यकर्ताओं से मिले सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। अगर महाजन को टिकट नहीं मिलता है तो लाककृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्रा के बाद वह बीजेपी की चौथी वरिष्ठ नेता होंगी जो इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगे।