अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगता है कि वह अक्सर लोगों के नाम भूल जाते हैं। इसका ताजा उदाहरण विश्व भर की सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखने को मिला, जब ट्रंप दिग्गज टेक कंपनी एप्पल के सीईओ टिम कुक का पूरा नाम भूल गए और उन्हें ‘टिम एप्पल’ कह दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रंप की जमकर ट्रोलिंग हुई। ट्रंप का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

वायरल वीडियो में ट्रंप, टिम कुक के साथ बैठक करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान एक मजाकिया वाकया सामने आता है जब अमेरिकी राष्ट्रपति एप्पल कंपनी के सीईओ टिम कुक का नाम भूल जाते हैं और टिम कुक को ‘टिम एप्पल’ कह देते हैं। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी बैठक बुलाई थी। अमेरिकन वर्कफोर्स पॉलिसी एडवाइजरी की बैठक में मौजूदगी दर्ज कराने के बाद ट्रंप प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करने पहुंचे।
Trump just called Apple CEO Tim Cook “Tim Apple” pic.twitter.com/gTHHtjWvc9
— Sean O'Kane (@sokane1) March 6, 2019
इस दौरान उनके साथ एप्पल के सीईओ टिम कुक, डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी मौजूद थीं। जैसे ही डोनाल्ड ट्रंप ने बोलना शुरू किया, अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि मैं टिम को कहता था कि आप हमारे यहां और कुछ कीजिए, जिसके बाद अब वह यहां बहुत बड़ा इंवेस्टमेंट कर रहे हैं। मैं इसके लिए ‘टिम एप्पल’ का आभार प्रकट करता हूं।’’ ट्रंप यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
कांग्रेस ने दी पीएम मोदी का नाम बदलने की सलाह
इस बीच, अब भारतीय नरेंद्र मोदी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने एक नया अभियान शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने ट्वीट कर लिखा है टिम एप्पल। क्या हमारे यहां भी नाम परिवर्तन होना चाहिए; #NarendraRafale? संजय झा के इस ट्वीट के बाद तमाम यूजर्स अपने-अपने अंदाज में ट्वीट कर मजा ले रहे हैं।
Tim Apple. Should we have a name change here too; #NarendraRafale?
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) March 8, 2019
बता दें कि राफेल डील से जुड़ी फाइल गायब होने पर सियासी उबाल के बीच इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी गुरुवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल ने सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया कि जिन दस्तावेजों पर वकील प्रशांत भूषण भरोसा कर रहे हैं, वे रक्षा मंत्रालय से चुराए गए हैं। अटॉर्नी जनरल ने कहा कि राफेल डील से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक करने वाला सरकारी गोपनीयता कानून के तहत और अदालत की अवमानना का दोषी है।