हिंदी समाचार चैनल सुदर्शन के संपादक सुरेश चव्हाणके अपने एक वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बता दें कि, सुरेश चव्हाणके ने यूपीएससी में मुस्लिमो की बढ़ती भागीदारी को ‘नौकरशाही जिहाद’ बताया है। जिसके खिलाफ देशभर के कई वरिष्ठ पत्रकार, समाजसेवी, नेता और अफसर जमकर विरोध कर रहे हैं और ट्विटर से उसका अकाउंट सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, सुदर्शन न्यूज़ के संपादक सुरेश चव्हाणके अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “सावधान, लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ कार्यपालिका के सबसे बड़े पदों पर मुस्लिम घुसपैठ का पर्दाफ़ाश। #UPSC_Jihad, #नौकरशाही_जिहाद। देश को झकझोर देने वाली इस सीरीज़ का लगातार प्रसारण प्रतिदिन। शुक्रवार 28 अगस्त रात 8 बजे से सिर्फ सुदर्शन न्यूज़ पर।”
बता दें कि, अपने इस जहरीले वीडियो को सुरेश चव्हाणके ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को भी टैग किया है।
#सावधान
लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ कार्यपालिका के सबसे बड़े पदों पर मुस्लिम घुसपैठ का पर्दाफ़ाश.देश को झकझोर देने वाली इस सीरीज़ का लगातार प्रसारण प्रतिदिन. शुक्रवार 28 अगस्त रात 8 बजे से सिर्फ सुदर्शन न्यूज़ पर.@narendramodi @RSSorg pic.twitter.com/B103VYjlmt
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) August 25, 2020
देशभर के पत्रकार, समाजसेवी, नेता और अफसर सुरेश चव्हाणके के इस वीडियो का जमकर विरोध कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की नेता अलका लांबा समेत कई लोगों ने सुदर्शन न्यूज़ और सुरेश चव्हाणके पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है।
अलका लांबा ने चव्हाणके का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “RSS, BJP को चुनौती देता यह नमूना न सिर्फ लोकतंत्र के लिए खतरनाक है बल्कि समाज के लिए अत्यंत घातक है। मोदी सरकार से मेरी माँग है कि सुदर्शन न्यूज़ और इसके इस जहरीले, नफ़रत फ़ैलाने वाले मालिक पर तत्काल प्रतिबंध लगाए। अन्यथा समझा जाएगा कि सरकार के इशारे पर ही यह सब हो रहा है।”
एक अन्य ट्वीट में अलका लांबा ने लिखा, “अगर यह प्रोग्राम समय रहते रद्द नहीं किया गया और ऊपर से दबाब में इस आदमी के खिलाफ़ कोई कानूनी कार्यवाही भी नहीं की गई तो यक़ीनन लोगों की भावनाएं भड़कने से हिंसा होने का डर है, कार्यवाही ना होने के कारण उत्पन्न स्थिति की पूरी जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन पर ही होगी।”
#SuspendSureshChavhanke https://t.co/btgjdi3FDV
— Alka Lamba – अल्का लाम्बा ??? (@LambaAlka) August 27, 2020
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा, “देश के संविधान को खुलेआम चुनौती देने वाले इस घोर सांप्रदायिक और ज़हरीले आदमी की जगह जेल है। ये आदमी आपको भी चुनौती दे रहा है @rashtrapatibhvn और आप में रीढ़ बाक़ी है तो कुछ करो।”
देश के संविधान को खुलेआम चुनौती देने वाले इस घोर सांप्रदायिक और ज़हरीले आदमी की जगह जेल है। ये आदमी आपको भी चुनौती दे रहा है @rashtrapatibhvn और आप में रीढ़ बाक़ी है तो कुछ करो @IPS_Association @IASassociation !! pic.twitter.com/YkaTYWv5b7
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 26, 2020