हमेशा अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने यह स्वीकार करते हुए एक सनसनीखेज खुलासा किया है कि मंगलवार को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए हवाई हमलों की जानकारी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को नहीं दी गई थी।
File Photo: (सुब्रमण्यम स्वामी)बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार(1 मार्च) को ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे यह पता पता है कि पाक और पीओके में आतंकी शिविरों के खिलाफ की गई ऑपरेशन की जानकारी सिर्फ सात लोगों को थी। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, तीनों सेनाओं के प्रमुख, इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ के प्रमुख शामिल हैं।
उनके इस ट्वीट के अनुसार, इस महत्व ऑपरेशन की जानकारी तीनों सेवा प्रमुख को थी। जबकी इसकी जानकारी देश के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को नहीं थी। एक अन्य ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट का लिंक भी शेयर किया है, जिसने इसी तरह का दावा किया गया है।
I learn that our smash hit operation against terror camps in Pak and PoK was conceptualised by by just seven persons: PM NSA three service Chief and IB & RAW.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 1, 2019
हिंदुस्तान टाइम्स अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग सेंटर पर मंगलवार की सुबह भारतीय वायुसेना के हमले की टाइमिंग की जानकारी सिर्फ़ सात लोगों को ही थी। अख़बार के मुताबिक़ मंगलवार की सुबह तीन बजकर 40 मिनट से लेकर तीन बजकर 53 मिनट तक हुए इस हमले में मिराज लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया था।
अखबार के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 फरवरी को हवाई हमले की मंज़ूरी दी थी। ख़ुफ़िया विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले की टाइमिंग की जानकारी सिर्फ़ सात लोगों को थी। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख, इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ के प्रमुख शामिल हैं।
22 फरवरी से ही वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को सीमा के निकट के एयरबेस से रात में उड़ान भरवाना शुरू कर दिया था ताकि पाकिस्तानी सेना को भ्रम में डाला जा सके। 25 फरवरी को ख़ुफ़िया जानकारी मिली कि बालाकोट के शिविर में जैश-ए-मोहम्मद के 300 से 350 लोग मौजूद हैं। इसके बाद एयरफ़ोर्स को हमले की हरी झंडी दे दी गई।