नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी पर हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (11 जनवरी) को पश्चिम बंगाल के दो दिन के दौरे पर कोलकाता पहुंच गए है। यहां पीएम मोदी कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ भी उनकी बैठक होनी है। उनके पहुंचने से पहले उनका विरोध शुरू हो गया है। छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने पीएम मोदी के कोलकाता दौरे का विरोध किया है। छात्र ‘गो बैक मोदी’ का पोस्टर लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर हैशटैग #GoBackModi के साथ एक अभियान भी चल रहा है जिसमें लोगों से हवाईअड्डे और वीआईपी रोड पर विरोध के लिए पहुंचने को कहा जा रहा है। जिससे कि प्रधानमंत्री को प्रवेश करने से रोका जा सके। मोदी की यात्रा के विरोध में एक के बाद एक ट्वीट किए जा रहे हैं।
West Bengal: Students' Federation of India protests against PM Narendra Modi's visit to Kolkata. PM Modi will be on a two-day official visit to Kolkata from today, where he will take part in various programmes including 150th anniversary celebrations of Kolkata Port Trust. #CAA pic.twitter.com/F0crHgW6hc
— ANI (@ANI) January 11, 2020
एक ट्वीट में पीएम मोदी की तस्वीर को एक शासक के साथ लगाया गया है कि और लिखा है कि यदि अनाचार करना है तो मोदी गद्दी छोड़ो। एक अन्य ट्वीट में लिखा है, ‘हम भारत के लोग आपको धर्म के आधार पर विभाजित नहीं करने देंगे। डिवाइडर इन चीफ गो बैक।’ एक और ट्वीट में लिखा है, ‘देशभर में भारी विरोध के बीच मोदी-शाह की जोड़ी ने अपने झूठ के निर्माण कारखाने को चालू रखा है। हिटलर के जर्मनी में नाजी प्रचार को याद रखें, ‘एक झूठ को बार-बार दोहराया जाए, फिर वो सच हो जाता है।’
We, the people of India, will not let you divide us on the basis of religion.
Divider in Chief Go Back.
Bengal against #NRC
Bengal against #CAA
Bengal against #NPR
#GoBackModi pic.twitter.com/rgVoxxvEVB— CPI(M) WEST BENGAL (@CPIM_WESTBENGAL) January 11, 2020
অনাচার করো যদি
মোদী তবে ছাড়ো গদি।#GoBackModi pic.twitter.com/YOZl19IWhJ— CPI(M) WEST BENGAL (@CPIM_WESTBENGAL) January 9, 2020
एसएफआई के कार्यकर्ता यादवपुर विश्वविद्यालय, गोलपार्क, कॉलेज स्ट्रीट, हातीबगान और एस्प्लेनेड के पास हाथों में पोस्टर लेकर जमा हुए जिन पर ‘फासीवाद के खिलाफ छात्र’ जैसे नारे लिखे हुए थे। समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, एसएफआई नेता देबराज देबनाथ ने कहा, “हम प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध करते हैं जो भेदभाव से भरे संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भगवा ताकतों द्वारा किए गए हमले के पीछे हैं।” उन्होंने कहा, “हम मोदी, अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के दौरे के खिलाफ हैं जो बंगाल के लोगों को विभाजित कर रहे हैं।”