कोरोना वायरस: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, लॉकडाउन का किया समर्थन, दिए कई सुझाव

0

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 दिनों के बंद का समर्थन करते हुए गुरुवार (26 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि ”न्यूनतम आय गारंटी योजना” (न्याय) लागू करके आजीविका के संकट का सामना कर रहे मजदूरों एवं गरीबों के खातों में आर्थिक मदद भेजी जाए और किसानों एवं छोटे कारोबारियों को राहत देने के लिए कदम उठाए जाएं।

सोनिया गांधी

प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ”कोरोना वायरस की महामारी ने लाखों लोगों का जीवन खतरे में डाल दिया है तथा पूरे देश में खासकर समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों की आजीविका एवं रोजमर्रा के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। कोरोना महामारी को रोकने व हराने के संघर्ष में पूरा देश संगठित होकर एक साथ खड़ा है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”कोराना वायरस से लड़ने के लिए आपकी सरकार द्वारा घोषित ‘21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन’ का हम समर्थन करते हैं। मैं विश्वास दिलाती हूं कि इस महामारी को रोकने के लिए उठाए गए हर कदम में हम सरकार को अपना पूरा सहयोग देंगे।” कांग्रेस अध्यक्ष ने आग्रह किया कि कोरोना वायरस से लड़ रहे चिकित्साकर्मियों के लिए एन-95 मास्क एवं दूसरे सभी स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि मजदूरों और गरीबों को राहत देने के लिए न्याय योजना लागू करके उनके खातों में सीधी आर्थिक मदद भेजी जाए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”इस समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित ‘न्याय योजना’ यानि ‘न्यूनतम आय गारंटी योजना’ को लागू करना सबसे ज्यादा जरूरी है। इस मुश्किल दौर में जिन गरीबों पर इस महामारी की सबसे ज्यादा आर्थिक मार पड़ने वाली है, उन्हें न्याय योजना से सबसे अधिक राहत मिलेगी।”

दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव के समय ठीक एक साल पहले तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 25 मार्च को ‘न्याय’ का वादा किया था। इसके तहत देश के करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को सालाना 72 हजार रुपये देने का वादा किया गया था। सोनिया ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया, ”इस विपदा की घड़ी में किसानों के रिण व बकाया राशि की वसूली को छः महीनों के लिए रोक दिया जाना चाहिए एवं नए सिरे से तथा उदार हृदय से किसानों की कर्जमुक्ति के बारे में निर्णय लिया जाना चाहिए।” उन्होंने छोटे एवं मध्यम व्यापारियों की दिक्कतों का उल्लेख करते हुए कहा, ”केंद्र सरकार को हर सेक्टर के लिए विशेष राहत पैकेजों की घोषणा करनी चाहिए तथा उन्हें आवश्यक टैक्स ब्रेक, ब्याज माफी एवं देनदारियों पर छूट अनिवार्य होना चाहिए।”

गौरतलब है कि, पीएम मोदी ने देश के लोगों से कोरोना वायरस की गंभीरता को समझने और घरों में रहने की अपील करते हुए मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की । कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है।’’ बता दें कि, भारत में अब तक इस घातक वायरस से जुड़े 650 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 12 लोगों की मौत हो गई है। आज देशव्यापी लॉकडाउन का दूसरा दिन है। जगह-जगह नाकाबंदी है और जरूरी सामान की गाड़ियों के अलावा लोगों को आने-जाने की अनुमति नहीं है। (इंपुट: भाषा के साथ)

Previous articleकन्नड़ फिल्म प्रोड्यूसर कपाली मोहन ने अपने होटल के कमरे में फांसी लगाकर की आत्महत्या, मरने से पहले रिकॉर्ड किया था यह वीडियो
Next articleलॉकडाउन: स्कूटी पर राशन लेकर जा रहे शख्स को पुलिस के डंडे से पीटा, वीडियो देख भड़के बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा