बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया गया है। अभिनेत्री पर आरोप है कि उन्होंने इवेंट के लिए पैसे लिए और वो तय समय पर इवेंट पर नहीं पहुंचीं, जिस वजह से आयोजक को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, इस मामले पर अब सोनाक्षी सिन्हा की तरफ से भी बयान सामने आया है।

सोनाक्षी सिन्हा पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद उनकी प्रबंधन एजेंसी ने रविवार को कहा कि आयोजक मीडिया का उपयोग कर झूठे और तोड़-मोड़कर तथ्यों को पेश कर रहा है और अगर उसने ऐसा करना बंद नहीं किया तो सोनाक्षी और उनकी टीम कानूनी कार्रवाई करने पर मजबूर हो जाएगी। पुलिस ने रविवार को कहा कि शिकायत में सोनाक्षी के अलावा चार अन्य लोगों का नाम भी लिया गया है जिसमें मालविका पंजाबी, धूमिल ठक्कर, एडगर सकारिया और अभिषेक सिन्हा शामिल हैं जिनके खिलाफ शिकायतकर्ता ने 37 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
अधिकारी ने बताया कि इंडिया फैशन एंड ब्यूटी अवार्ड कार्यक्रम पिछले साल 30 सितंबर को आयोजित किया गया था इस कार्यक्रम के लिए टैलेंट फुल ऑन कंपनी से करार किया गया। सोनाक्षी के निजी सचिव से बात हुई और उनके खाते में 37 लाख रुपये जमा कराए गए। लेकिन आखिरी वक्त पर उन्होंने कार्यक्रम में प्रस्तुति देने से इनकार कर दिया और आयोजक को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
वहीं, इन ‘गलत सूचनाओं’ के प्रसारित होने की जानकारी मिलने के बाद सोनाक्षी की प्रबंधन एजेंसी ने एक आधिकारिक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने लिखा कि सोनाक्षी को एक कार्यक्रम में शामिल करने के लिए दिल्ली के एक आयोजक (इवेंट ऑर्गेनाइजर) से संपर्क किया गया था। लेकिन बार-बार याद दिलाने के बावजूद आयोजक भुगतान करने में विफल रहा. घटना से पहले सोनाक्षी अनुबंधित थीं।
बयान के अनुसार, आयोजक ने सोनाक्षी और उनकी टीम को न ही दिल्ली जाने और न ही वापसी के टिकट भेजे.. जबकि उनकी कार्यक्रम के बाद अगली सुबह शूटिंग थी। इससे सभी मुश्किल में आ गए। बयान में आगे कहा गया, आयोजक द्वारा अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा न करने के कारण सोनाक्षी और उनकी टीम मुंबई हवाईअड्डे से वापस आ गई।
बयान के अनुसार, इस घटना के बाद से सोनाक्षी की प्रबंधन एजेंसी एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए आयोजक से संपर्क करने की कोशिश करती रही लेकिन आयोजक ने इसकी जगह मीडिया में ही झूठी खबरें प्रसारित कर दीं। हम मीडिया से आग्रह करते हैं कि वह बिना तथ्य जानें किसी को भी अपने मंच का उपयोग न करने दें। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)