सोशल मीडिया: ‘इलाहाबाद का नाम बदलने से अकबर साहब गुस्सा हो गये और उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया’

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देश भर में चल रहे ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) के लपेटे में आए विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यौन शोषण के आरोपों में घिरे अकबर ने बुधवार (17 अक्टूबर) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि अकबर पर ‘मीटू मूवमेंट’ के तहत पत्रकार प्रिया रमानी सहित दर्जनभर महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

File Photo: AFP

एक बयान में अकबर ने कहा है ‘‘चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं।’’ बयान में उन्होंने आगे कहा है ‘‘मैं, अपने खिलाफ लगाए गए झूठे आरोपों को निजी तौर पर चुनौती दूंगा। अत: मैं विदेश राज्य मंत्री पद से त्यागपत्र देता हूं।’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बेहद आभारी हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया।’’

एमजे अकबर विदेश दौरे से रविवार को वापस आए और सफाई पेश की। अकबर ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ पटियाला हाउस अदालत में एक निजी आपराधिक मानहानि शिकायत दायर किया है।अकबर ने रमानी पर ‘जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया और इसके लिए पत्रकार के खिलाफ मानहानि से जुड़े दंडात्मक प्रावधान के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।

देखिए, सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन

अकबर के इस्तीफा देने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के तमाम रिएक्शन सामने आ रहे हैं। वरिष्ठ एंकर रोहित सरदाना ने ट्वीट कर लिखा है, ‘एम जे अकबर का इस्तीफ़ा हुआ. प्यादा शहीद करा के कांग्रेस ने केंद्र के वज़ीर को निपटा दिया!’ वहीं, राजेश नाम के एक यूजर ने तंज सकते हुए लिखा है, ‘योगी जी ने अकबर द्वारा रखा नाम हटा दिया…
मोदी जी ने अकबर को ही हटा दिया…चलो हिसाब बराबर…’ इसके अलावा इमरान नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा है, “इलाहाबाद का नाम बदलने से अकबर साहब ग़ुस्सा हो गये और उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया”

देखिए लोगों की प्रतिक्रियाएं:-

देश भर में चल रहे ‘मी टू’ अभियान के तहत हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अमेरिका से शुरू हुए ‘मीटू’ आंदोलन ने भारत में भी भूचाल मचा दिया है। अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में ट्वीट कर कहा है कि एम जे अकबर के इस्तीफे से हमारे आरोप सही साबित हुए। कोर्ट से हमें न्याय की उम्मीद है।

अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर पर दर्जनभर महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं। इन महिलाओं ने उन पर तमाम मीडिया संस्थानों में संपादक रहते हुए यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

‘मी टू’ अभियान ने पकड़ा तूल

आपको बता दें कि भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) तूल पकड़ता जा रहा है। कई अन्य महिलाएं अपने अनुभवों को सार्वजनिक तौर पर शेयर कर रही हैं। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता के मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से #MeToo आंदोलन ने सही मायने में भारत में दस्तक दी। तनुश्री के बाद एक-एक कर कई बड़े सितारों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जा चुके हैं।

फिल्म इंडस्ट्री से ‘मी टू’ अभियान की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है। नाना पाटेकर के बाद जहां, एमजे अकबर, विकास बहल, कैलाश खेर, चेतन भगत, जतिन दास, रजत कपूर, जुल्फी सैयद, आलोक नाथ, संपादक प्रशांत झा, रघु दीक्षित, सुहेल सेठ, अदिति मित्तल, सुभाई घई, साजिद खान, पीयूष मिश्रा और राहुल जौहरी भी ‘मी टू’ की चपेट में आए हैं, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लग चुके हैं।

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