एक मानवाधिकार समूह ने मंगलवार को कहा कि चीन में पुलिस ने हफ्तों से फरार चल रहे एक प्रतिष्ठित कार्यकर्ता शू झियोंग को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान, शू कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर राष्ट्रपति शी चिनफिंग की आलोचना कर रहे थे।
फाइल फोटोएमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, दिसंबर से फरार चल रहे भ्रष्टाचार निरोधक कार्यकर्ता शू झियोंग को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। नाम नहीं बताने की शर्त पर एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि शू को दक्षिणी शहर गुआंग्झोऊ से गिरफ्तार किया गया। हालांकि, गुआंग्झोऊ पुलिस ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। ई-मेल पर भेजे बयान में एमनेस्टी इंटरनेशनल के चीन शोधकर्ता पेट्रीक पून ने कहा, ”कोरोना वायरस के खिलाफ चीनी सरकार की लड़ाई सभी असंतुष्ट आवाजों को कुचलने के सामान्य अभियान से अलग नहीं है।”
आरोप लगते रहे हैं कि शी के 2012 में सत्ता में आने के बाद से चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने नागरिक स्वतंत्रता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। कोरोना वायरस को लेकर सबसे पहले सतर्क करने वाले व्हीसिलब्लोअर डॉक्टर ने अपनी मौत से पूर्व पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात कही थी। इसके बाद से राजनीतिक सुधार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर आवाजें उठ रही हैं।
चीन में घातक कोरोना वायरस से 98 और लोगों की मौत हो जाने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 1,868 हो गई और अभी तक इसके कुल 72,436 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि जिन 98 लोगों की जान गई उनमें से 93 हुबेई में जबकि तीन हेनान और एक-एक हेबेई और हुनान में मारे गए।
हुबेई में इसके 1,807 नए मामले सामने आए हैं, जिसके साथ ही प्रांत में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 59,989 इतनी हो गई। बाकी चीन में इसके कुल 1,432 नए मामले सामने आए हैं। आयोग ने बताया कि 1,097 मरीज काफी गंभीर है और 11,741 मरीजों की हालत नाजुक बनी है। (इंपुट: भाषा के साथ)