देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में अक्टूबर में गिरावट रही। पूंजीगत सामान के उत्पादन में कमी तथा विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन से अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन 1.9 प्रतिशत घटा है।
इससे पहले जुलाई में औद्योगिक उत्पादन 2.5 प्रतिशत घटा था, जबकि अगस्त में यह 0.7 प्रतिशत नीचे आया लेकिन इसके बाद सितंबर में इसमें 0.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के अनुसार चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अक्टूबर अवधि में औद्योगिक उत्पादन 0.3 प्रतिशत घटा है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 4.8 प्रतिशत बढ़ा था। पिछले साल अक्टूबर में कारखाना उत्पादन में 9.9 प्रतिशत वृद्धि हुई थी। मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन तथा पूंजीगत सामान का उत्पादन 16.5 प्रतिशत बढ़ने की वजह से उस समय औद्योगिक उत्पादन बढ़ा था। आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 75 प्रतिशत है।
भाषा की खबर के अनुसार, अक्टूबर में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 2.4 प्रतिशत घटा. इसी तरह पूंजीगत सामान का उत्पादन 25.9 प्रतिशत नीचे आया। उद्योगों के संदर्भ में बात की जाए, तो विनिर्माण क्षेत्र के 22 में से 12 समूहों में अक्टूबर में गिरावट रही। बिजली क्षेत्र का उत्पादन अक्टूबर में 1.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इससे पिछले साल अक्टूबर में यह 5.3 प्रतिशत बढ़ा था।
टिकाउ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन समीक्षाधीन महीने में सिर्फ 0.2 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले अक्टूबर में यह 41.9 प्रतिशत बढ़ा था। गैर टिकाउ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन अक्टूबर में 3 प्रतिशत घट गया। इससे पिछले साल इस महीने में यह 18.3 प्रतिशत बढ़ा था।
इस्तेमाल आधारित वर्गीकरण के हिसाब से मूलभूत वस्तुओं का उत्पादन समीक्षाधीन महीने में पिछले साल की समान अवधि से 4.1 प्रतिशत बढ़ा है. वहीं पूंजीगत सामान का उत्पादन 25.9 प्रतिशत घटा है। मध्यवर्ती वस्तुओं का उत्पादन 2.9 प्रतिशत बढ़ा है।