मध्य प्रदेश: वायरल ऑडियो पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तोड़ी चुप्पी, कहा- ‘पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है’

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कोरोना संकट के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कथित ऑडियो-वीडियो क्लिप पर राज्य में सियासी भूचाल आ गया है। वायरल ऑडियो मामले में कांग्रेस अब भाजपा पर हमलावर है, पूर्व सीएम कमलनाथ सहित कांग्रेस के तमाम नेता अब भाजपा और सीएम शिवराज पर हमलावर हैं।

File Photo: PTI

लगातार सियासी हमले के बीच अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। ऑडियो क्लिप पर जारी घमासान के बीच शिवराज ने ट्वीट कर कहा है कि पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। उन्होंने बिना नाम लिए ट्वीट है। सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, “पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। हमारा धर्म तो यही कहता है। क्यों? बोलो, सियापति रामचंद्र की जय!”

दरअसल, इंदौर के एक कार्यक्रम का ऑडियो क्लिप लीक होने के बाद कांग्रेस बोली थी कि अब सच्चाई सामने आ गई है कि सरकार असंतोष की वजह नहीं गिरी है। बीजेपी के लोगों ने साजिश रच कर सरकार गिराई थी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान सोमवार को इंदौर दौरे पर थे। इंदौर दौरे के दौरान उपचुनाव को लेकर वह भाजपा नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में संबोधन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद एमपी में कमलनाथ की सरकार गिराई। साथ ही शिवराज ने कहा था कि तुलसी सिलावट और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बिना ये संभव था क्या।

मुख्यमंत्री के भाषण का कथित वीडियो क्लिप तेजी से वायरल होने के बाद उनपर सियासी हमले तेज हो गए। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा सहित तमाम कांग्रेस नेताओं ने भाजपा और केंद्र सरकार को घेरा है।

गौरतलब है कि, सिलावट समेत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। इस कारण कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी।

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