समाजवादी पार्टी(सपा) के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने रविवार(4 जून) को कहा कि वह राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की मई 2016 में सपा में वापसी के पक्षधर नहीं थे। उन्होंने कहा कि अमर सिंह जी से मैंने पहले भी सपा में आने को मना किया था। हम जानते थे कि उनको सम्मान नहीं मिलेगा। जहां सम्मान ना मिले, वहां जाना ही नहीं चाहिये। पता कर लेना, हमने (उन्हें सपा में आने से) मना किया था।
फोटो: The Indian Expressअपने शीघ्र गठित होने वाले समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में अमर सिंह को शामिल किये जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा अब बाद में सोचेंगे। जिसको भी इसमें लिया जाए, उसका सम्मान होना चाहिये। बता दें कि शिवपाल ने अगले महीने मोर्चा के गठन का एलान किया है। यह मोर्चा उस सपा का ही अंग होगा, जिसके अध्यक्ष उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भतीजे अखिलेश यादव हैं।
गौरतलब है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल के करीबी माने जाने वाले अमर सिंह वर्ष 2010 में सपा से निष्कासन के बाद पिछले साल मई में पार्टी में वापस आये थे। माना जाता है कि मुलायम के निर्णय पर उन्हें एक बार फिर राज्यसभा भेजा गया था। हालांकि, पार्टी में उनकी वापसी सपा महासचिव रामगोपाल यादव और आजम खां को नागवार गुजरी थी।
बहरहाल, अमर सिंह को गत एक जनवरी को आयोजित सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित निर्णय के तहत पार्टी से एक बार फिर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। उसी दिन सपा अध्यक्ष बने अखिलेश यादव ने अपने परिवार में हुए विवाद के लिये सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें बाहरी व्यक्ति की संग्या दी थी।