मुंबई के एल्फिंस्टन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार(29 सितंबर) को हुई भगदड़ में 22 लोगों की मौत मामले में महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। शिवसेना का कहना है कि इस मामले में सरकार के खिलाफ नरसंहार (मनुष्यवध) का केस दर्ज होना चाहिए।बता दें कि मुंबई में एल्फिंस्टन रोड और परेल उपनगरीय रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज पर शुक्रवार(29 सितंबर) को सुबह के व्यस्त समय पर मची भगदड़ में कम से कम 22 लोग मारे गये हैं, जबकि 35 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस मामले में शुक्रवार को शिवसेना ने मांग की है कि रेल मंत्रालय और सरकार दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि, “राज्य सरकार के ऊपर सदोष मनुष्यवध (नरसंहार) का FIR दर्ज होना चाहिए और रेलवे मंत्रालय पर मुकदमा चलना चाहिए।”
Sarkaar ke upar sadosh manushyavadh ka FIR daakhil hona chahiye aur Railway Mantralaya pe mukadma chalna chahiye:Sanjay Raut #MumbaiStampede pic.twitter.com/GJHsnWU5d3
— ANI (@ANI) September 29, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के सांसदों ने 2015 और 2016 में फुट ओवर ब्रिज को चौड़ा करने की मांग रखी थी। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और राहुल शेवाले ने रेलवे को इस मामले में चिट्ठी भी लिखी थी। लेकिन तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने फंड की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ दिया था।
वहीं, कांग्रेस ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि ऐसी घटनाओं से सरकार बदनाम हो चुकी है लोग बहुत अधिक परेशान है फिर भी सरकार की नजर जनता की समस्याओं पर नहीं जाती है। रेलवे ब्रिज हादसे के बाद से ये बात सामने आई है कि ये घटना सरकारी लापरवाही की वजह से हुई।
बता दें कि रेलवे स्टेशन पर यह हादसा सुबह करीब दस बजकर चालीस मिनट पर हुआ। उस वक्त बारिश हो रही थी और फुटओवर ब्रिज पर खासी भीड़ थी। पुलिस को संदेह है कि फुटओवर ब्रिज के पास तेज आवाज के साथ हुए शॉट सर्किट के कारण लोगों में दहशत फैल गई और वह भागने लगे। इसी कारण भगदड़ मच गयी।
जिसके बाद भगदड़ की वजह से यह दर्दनाक दुर्घटना हुई। बीएमसी के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के अनुसार, परेल के केईएम अस्पताल में अभी तक 22 शव लाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। रेलवे, पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
इस शख्स ने दो दिन पहले ही जता दिया था भगदड़ का अंदेशा
इस हादसे के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, दो दिन पहले ही मुंबई में रहने वाले एक शख्स ने इसी फुट ओवर ब्रिज पर हजारों यात्रियों की भीड़ की तस्वीर शेयर करते हुए फेसबुक पर भगदड़ की आशंका जताते हुए रेलेव प्रशासन को अवगत कराया था, लेकिन प्रशासन ने इस शख्स के पोस्ट को नजरअंदाज कर दिया।
पत्रकार व My medical mantra के सीनियर एडिटर संतोष अंधाले ने जिस फुट ओवर ब्रिज पर हादसा हुआ है इसी जगह की तस्वीर दो दिन पहले 27 सितंबर को ट्विटर और फेसबुक पर शेयर कर रेलवे से इस मामले में कदम उठाने की अपील की थी। संतोष ने दो हादसे वाली जगह की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, ”केंद्रीय रेलवे प्लीज कुछ कीजिए। एल्फिंस्टन रोड स्टेशन और परेल को जोड़ने वाले ब्रिज का हाल।”
अब हादसे के बाद संतोष का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोगों का कहना है कि अगर रेलवे उनकी शिकायत को गंभीरता से ली होती आज इतना बड़ा हादसा टल सकता था। संतोष ने हादसे के बाद अपनी इस पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”तीन दिन पहले ही मैंने फेसबुक और ट्विटर पर ये जानकारी शेयर की थी। मेरा डर सही साबित हुआ।”
Three day ago post it on FB and Twitter .. My fear turned true @calamur @waglenikhil @rajtoday @iyerkavi @rajivkhandekar @sardesairajdeep pic.twitter.com/vKCznJqKOT
— Santosh Andhale (@Santosh_Andhale) September 29, 2017