मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। शरद पवार ने कहा कि हमारे पास 170 विधायकों का समर्थन था। तीनों पार्टियों ने सरकार बनाने का फैसला किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार अपने साथ कुछ एनसीपी विधायकों को भी लेकर आए हैं। ये विधायक शरद पवार के साथ होने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ जाने का फैसला अजित पवार ने अकेले लिया है। उनका फैसला एनसीपी के विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विधायकों को दलबदल कानून के बारे में पता होगा। हमें जो एक्शन लेना होगा वो लेंगे।शरद पवार ने कहा कि, अजित पवार का फैसला पार्टी लाइन के खिलाफ, अनुशासन तोड़ने वाला है। एनसीपी का कोई भी कार्यकर्ता एनसीपी-बीजेपी की सरकार के समर्थन में नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि, सदन में वो (फडणवीस और अजित पवार) बहुमत पेश नहीं कर पाएंगे, हम फिर से सरकार बनाने का प्रयास करेंगे। सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास हो ऐसा हमारा प्रयास होगा। बहुमत साबित होने तक हम साथ रहेंगे।
शरद पवार ने कहा कि, मुझे यकीन है कि राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने का समय दिया है, लेकिन वे इसे साबित नहीं कर पाएंगे। उसके बाद हमारी तीन पार्टियां सरकार बनाएंगी जैसा हमने पहले तय किया था।
NCP Chief Sharad Pawar: I'm sure Governor has given them time to prove majority but they won't be able prove it. After that our three parties will form the government as we had decided earlier. #Maharashtra pic.twitter.com/MxXwZUBPah
— ANI (@ANI) November 23, 2019
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— ANI (@ANI) November 23, 2019
बता दें कि, महाराष्ट्र में रातोंरात बड़ा उलटफेर हो गया। शुक्रवार शाम तक कांग्रेस और शिवसेना के साथ सरकार गठन का दावा करने वाली शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने भाजपा से गठबंधन कर लिया। कई दिनों से जारी सियासी घमासान के बीच शनिवार सुबह भाजपा ने एनसीपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना ली। सुबह करीब 8 बजे देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ ली। तो वहीं, एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है।