शिवसेना नेता संजय राउत बोले- किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रच रही है केंद्र सरकार

0

शिवसेना ने शुक्रवार को दावा किया कि दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों का नहीं बल्कि पूरे देश का आंदोलन है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रच रही है।

किसान आंदोलन
Photo: Suresh Kumar/Janta Ka Reporter

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने यह कहते हुए भी सरकार पर निशाना साधा कि उससे सवाल पूछने या उसकी आलोचना करने वालों पर आज देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी को प्रचंड बहुमत मिला है और हम इसका सम्मान करते हैं। बहुमत देश चलाने के लिए होता है। बहुमत अहंकार से नहीं चलता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निंदा करने वालों को आप बदनाम कर देते हैं। जैसे किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश चल रही है। यह देश की प्रतिष्ठा के लिए ठीक नहीं है, यह देश के किसानों के लिए और हम सब के लिए ठीक नहीं है।’’

गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई घटना का उल्लेख करते हुए राउत ने कहा कि इस मामले का मुख्य आरोपी अभी तक पकड़ा नहीं गया है जबकि 200 से अधिक किसानों को जेल में बंद कर देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लाल किले का अपमान करने वाला दीप सिद्धू कौन है? किसका आदमी है? इस बारे में क्यों नहीं बताया जाता? किसने उसे ताकत दी? अब तक वह पकड़ा नहीं गया लेकिन 200 से ज्यादा किसान इस प्रकरण में बंद हैं और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया गया है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि हक के लिए लड़ने वाले किसानों को इस सरकार ने देशद्रोही बना दिया है। राउत ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पूरे देश के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ तीन राज्यों की लड़ाई नहीं है। पूरा देश उनके साथ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सिख भाई जब मुगलों के खिलाफ लड़े तो योद्धा कहलाए, अंग्रेजों से लड़े तो देशभक्त और कोरोना के समय लंगर लगाये तो देशप्रेमी हो गये। लेकिन वह जब अपने हक के लिए लड़े तो वह खालिस्तानी और देशद्रोही हो गये।’’

किसानों के आंदोलन स्थलों के इर्दगिर्द सुरक्षा कड़ी किए जाने और इसके मद्देनजर सड़कों पर किले और अवरोधक लगाने का उल्लेख करते राउत ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था यदि लद्दाख में सीमा पर की गई होती, तो चीन भारत के अंदर नहीं आता। शिवसेना नेता ने कहा कि आज देश में ऐसा माहौल हो गया है कि सच बोलने वालों को गद्दार और देशद्रोही कहकर पुकारा जाता है।

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, कांग्रेस नेता शशि थरूर और राजदीप सरदेसाई सहित कुछ पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज जो सरकार से सवाल पूछता है उस पर देशद्रोह का मुकदमा ठोक दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि कानून की किताब से आईपीसी की धाराएं खत्म करके, एक ही धारा कर दी गई है और वह है देशद्रोह की। घरेलू हिंसा के मामलों में भी देशद्रोह का मुकदमा ठोंक दिया जाता है।’’ (इंपुट: भाषा के साथ)

Previous articleकिसान आंदोलन पर सचिन तेंदुलकर के ट्वीट से खफा केरलवासियों ने मारिया शारापोवा से माफी मांगी, सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं पूर्व क्रिकेटर
Next articleSupreme Court grants bail to Munawar Faruqui, stays UP Police’s production warrant; issues notice to MP government for not complying Code of Criminal Procedure