भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी शिवसेना ने मुस्लिम समुदाय को शिक्षण संस्थानों में पांच फीसदी आरक्षण देने की वकालत है। पार्टी प्रमुख उधव ठाकरे ने कहा कि मराठों के आलावा धांगड़ कोली और मुस्लिमों को भी आरक्षण मिलना चाहिए। ठाकरे ने कहा कि आरक्षण के इस मुद्दे पर पार्टी केंद्र और राज्य सरकार का समर्थन करेगी। मुस्लिमों को आरक्षण के सवाल पर उधव ने कहा कि अगर मुस्लिमों की कोई जायज मांग है तो उसे पूरा किया जाना चाहिए।
शिवसेना प्रमुख के इस बयान ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने स्वागत किया है। ठाकरे के इस बयान का स्वागत करते हुए एआईएमआईएम विधायक इम्तियाज जलील ने कहा है कि ये एक सकरात्मक बात है। बीजेपी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसके कुछ नेता मुस्लिमों को निशाना बना रहे हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने साेमवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा, ‘सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देने के संबंध में बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रही है। जबकि सरकार को मराठों ही नहीं ढांगर और मुस्लिम समुदायों को भी आरक्षण देने पर विचार करना चाहिए।’ अखबार के मुताबिक उन्होंने कहा कि अगर राज्य और केंद्र में सरकार चला रही बीजेपी इस दिशा में कोई कदम उठाती है तो शिवसेना उसका समर्थन करेगी।