उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा किनारे रेत में दफन शवों के ऊपर रखी गई लाल-पीली चुनरी को हटवा दी गई। शव दफन करने के बाद पहचान के लिए आस-पास लकड़ियां लगाई गई थीं, उन्हें भी हटा दिया गया है। ख़बरों के मुताबिक, अफसरों की मौजदूगी में सफाईकर्मियों को तैनात कर पूरे घाट से चुनरी हटवाई गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दफन शवों के ऊपर से चादरें और उनके आस-पास से लकड़ियां इसलिए हटाई गई है ताकि वहां दफन शवों की पहचान न हो सके। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में चुनरी और लकड़ी से ही इस बात की पहचान हो रही थी कि शव दफन किए गए हैं। बता दें कि, चुनरी लगे शवों का फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, जिसको लेकर भाजपा सरकार की जमकर आलोचना भी हुई थी।
कफन चोर ?
प्रयागराज में गंगा किनारे क़ब्रों पर से पीली चादरें हटाई जा रही हैं,ताकि फ़ोटो खींचने पर वे पहचानी न जाएं।उन्नाव के बक्सर में भी पुलिस क़ब्रों से पीली चादरें उठा ले गयी थी। pic.twitter.com/8tcGQsSA04— Kamal khan (@kamalkhan_NDTV) May 25, 2021
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार रात को प्रशासन ने श्रृंगवेरपुर घाट पर रातों-रात जेसीबी और मजदूर लगाकर शवों के निशान मिटा डाले। घाट पर लोगों ने अपने प्रियजनों के शवों की पहचान के लिए जो बांस और चुनरियों से निशान बनाए थे, वो अब पूरी तरह गायब हैं। अब श्मशान घाट के एक किलोमीटर दायरे में सिर्फ बालू ही बालू नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने ये काम इतने गुपचुप तरीके से करवाया कि स्थानीय लोगों को भी भनक नहीं लगी।
हिन्दुस्तान की ख़बर के मुताबिक, नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज सिंह की देखरेख में फाफामऊ घाट पर 100 से अधिक सफाईकर्मी लगाए गए थे। सफाई के वक्त नगर निगम निगरानी समिति के सदस्य मुकुंद तिवारी, कमलेश तिवारी भी मौजूद थे। उधर, श्रृंग्वेरपुर घाट पर सोमवार को कुत्ता और सुअर पकड़ने के लिए टीम लगाई गई थी।
गंगा किनारे दफनाए गए उन शवों का सोमवार को दाह संस्कार करने का प्रयास भी किया गया जो रेत से बाहर आ रहे हैं। इसके लिए घाट पर आठ स्थानों पर चिता सजाई गई थी। लेकिन कोई शव रेत से बाहर नहीं दिखा। इसलिए दाह संस्कार नहीं किया गया।
एसडीएम सोरांव अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि अब यह लकड़ी उन लोगों को दे दी जाएगी, जिनके पास दाह संस्कार के लिए पैसे नहीं होंगे। घाट पर बीडीओ विकास शुक्ल, एडीओ कोआपरेटिव विमल यादव, चौकी प्रभारी दुर्गेश सिंह, इंस्पेक्टर नवाबगंज अवन दीक्षित, वीडियो सत्येंद्र सिंह उपस्थित रहे।