जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे के संबंध में कुछ संभावित बड़े फैसले को लेकर घाटी में बढ़ती अटकलों के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है क्योंकि आतंकवादी धमकी और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ शत्रुता बढ़ने के बीच तड़के कश्मीर में कर्फ्यू लगाया गया।
फाइल फोटो- कांग्रेस सांसद शशि थरूरनजरबंद के जाने के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मुझे आज आधीरात से घर में नजरबंद किया जा रहा है और मुख्यधारा के अन्य नेताओं के लिए भी यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो गई है। इसकी सच्चाई जानने का कोई तरीका नहीं है लेकिन अगर यह सच है तो फिर आगे देखा जाएगा।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर के लोगों के लिए हमें नहीं मालूम कि क्या चल रहा है लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि अल्लाह ने जो भी सोचा है वह हमेशा बेहतर होगा, हमें यह शायद अभी नजर न आए लेकिन हमें कभी उनके तरीकों पर शक नहीं करना चाहिए। हर किसी को शुभकमानाएं, सुरक्षित रहे और सबसे जरुरी कृपया शांति बनाए रखें।’’
नेशनल कांफ्रेंस के नेता को घर में नजरबंद किए जाने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर उमर अब्दुल्ला के समर्थन में उतर आए है। उन्होंने कहा कि आप अकेले नहीं हैं। शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला। हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है। संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी।
You are not alone @OmarAbdullah. Every Indian democrat will stand with the decent mainstream leaders in Kashmir as you face up to whatever the government has in store for our country. Parliament is still in session & our voices will not be stilled. @INCIndia https://t.co/QqGa4EgrP3
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 4, 2019
इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर में हो क्या रहा है? क्यों नेताओं को रातोंरात गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया? अगर कश्मीरी हमारे नागरिक हैं और उनके नेता हमारे सहयोगी, निश्चित रूप से आतंकियों और अलगाववादियों से लड़ते हुए मुख्यधारा के नेताओं को साथ रखा जाना चाहिए। अगर हम उन्हें अलग-थलग कर दें तो बचा कौन?
What is going on in J&K? Why would leaders be arrested overnight while having done no wrong? If Kashmiris are our citizens &their leaders our partners, surely the mainstream ones must be kept on board while we act against terrorists & separatists? If we alienate them, who’s left?
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 4, 2019
नेताओं की नजरबंदी के अलावा श्रीनगर जिले में धारा 144 भी लगा दी गई है और स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन अस्थायी रूप से रोक दिए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रटों को सैटेलाइट फोन दिए गए हैं। बता दें कि यह कदम ऐसे समय में आया है जब राज्य में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है।