मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रही वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग की स्क्रिप्ट को लेकर मचे बबाल के बाद राज्य सरकार ने सख्त तेवर दिखाए हैं। सरकार फिल्मांकन को लेकर नई गाईड लाइन जारी करेगी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि किसी भी फिल्म की शूटिंग तभी होगी जब प्रशासन को उसकी स्टोरी दिखाई जाएगी। बता दें कि, भोपाल में रविवार को फिल्म निर्माता प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का एक समूह वहां घुस आया और प्रकाश झा के साथ बदसलूकी की और उनके चेहरे पर स्याही फेंक दी थी।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के बीच, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया है। उन्होने कहा है कि आश्रम-तीन की शूटिंग के विवाद के बाद हम एक स्थाई गाइड लाइन जारी करने वाले है। अगर आपत्तिजनक कोई सीन है, किसी धर्म की भावना को आहत करने वाले सीन अगर है, तो वह स्टोरी पहले प्रशासन को दें। उन्होंने आगे कहा, अब शूटिंग से पहले जिला प्रशासन को स्क्रिप्ट दिखानी होगी और उस पर अनुमति मिलने के बाद ही शूटिंग की जा सकेगी।
इसके साथ ही भाजपा के मीडिया विभाग के प्रदेश प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट कर फिल्म की स्क्रिप्ट और नाम पर सवाल उठाते हुए कहा, महिला उत्पीड़न के स्थान का नाम आश्रम ही क्यों? अफगानिस्तान क्यों नहीं? इस वेब सीरीज को लेकर बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी तीखी प्रक्रिया व्यक्त की है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट कर कहा, आश्रम पर वेब सीरीज बनाने वाले क्या कभी मदरसों पर वेब सीरीज बनाने की औकात रखते हैं?
गौरतलब है कि, वेब सीरीज आश्रम-तीन की स्क्रिप्ट और कुछ सीन को लेकर विवाद हो गया है। बजरंग दल के कार्यकतार्ओं ने रविवार को पुरानी जेल में चल रही शूटिंग का न केवल विरोध किया था, बल्कि हंगामा और तोड़फोड़ भी की थी। उसके बाद से वेब सीरीज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने मोबाइल फोन में घटना का जो वीडियो बनाया है, उसमें देखा जा सकता है कि बजरंग दल के सदस्य क्रू के सदस्यों का पीछा करते हैं और उनमें से एक को पकड़ कर बुरी तरह मारते हुए दिख रहे हैं। दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों का कहना है कि बॉबी देओल अभिनीत प्रकाश झा की वेब सीरीज ‘आश्रम’ हिंदुत्व का अपमान थी और जब तब इसका नाम नहीं बदला जाता, ये लोग इसका प्रसारण नहीं होने देंगे। (इंपुट: IANS के साथ)