पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में करीब 11,300 करोड़ रुपये से अधिक के महाघोटाले का खुलासा होने के बाद पूरे देश में भूचाल आ गया है। हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा कथित तौर पर किए गए इस महाघोटाले पर गुरुवार (15 फरवरी) को पंजाब नेशनल बैंक (PNB) मैनेजमेंट सामने आया और सफाई दी। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी सफाई में स्पष्ट किया कि मुंबई स्थित उसकी एक शाखा में करीब 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले की शुरुआत वर्ष 2011 में ही हो गई थी। पीएनबी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने इस घोटाले के खुलासे के बाद गुरुवार को पहली बार मीडिया से बात की। उन्होंने दावा किया कि सबसे पहले पीएनबी प्रबंधन ने ही इस घोटाले की जानकारी जांच एजेंसियों को दी जो वर्ष 2011 से चल रहा था। मेहता ने कहा कि गत 03 जनवरी को यह जानकारी मिली कि मुंबई स्थिति एक शाखा के दो कर्मचारी अवैध लेनदेन कर रहे है।
कर्मचारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि अभी भारत सरकार इस मामले की निगरानी कर रही है और अपराधियों को पकड़ने में पूरी मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक शाखा मामला है। उनका बैंक इससे बाहर निकलने में सक्षम है। इसी के मद्देनजर मामला दर्ज कराया गया है। संलिप्त समूहों के यहां छापेमारी की जा रही है और कागजात जब्त किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित सभी बैंकों के वित्तीय हित सुरक्षित रहेंगे।
मेहता ने कहा कि पीएनबी इस मामले से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि, ‘बैंक इस फर्जीवाड़े के दोषियों को पकड़ने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए अपनी पूरी क्षमता लगा रहा है और वह इस मामले निपटने में पूरी तरह सक्षम है।’ मेहता ने मीडिया से आग्रह किया कि यह मामला काफी संवेदनशील है इसलिए इसमें सहयोग करें। उन्होंने कहा कि हम लोग किसी भी गलत काम को बढ़ावा नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि इस मामले में लिप्त कर्मचारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है और जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। अभी यह मामला जांच एजेंसियों के हवाले है, इसलिए इस पर कुछ भी कहना संभव नहीं है लेकिन उनका बैंक इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने तथा बैंक से जुड़े हितधारकों को वित्तीय संरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम किसी भी गलत काम को बढ़ावा नहीं देंगे। हम लोगों ने इस घोटाले का खुलासा किया है।
एमडी ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक 123 साल पुराना बैंक है। इतने लंबे समय में बैंक ने बहुत से उतार-चढ़ाव देखे हैं। बैंक का जन्म स्वदेशी आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय द्वारा किया गया था। विभाजन जैसे मुश्किल हालात में भी बैंक ने बखूबी अपना काम किया था। अपने कामों के चलते ही बैंक आज देश का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीयकृत बैंक है।
एक सवाल के जवाब में सुनील मेहता ने कहा कि बैंक को इस मामले की जानकरी एक ग्राहक के केस की पड़ताल के दौरान सामने आई। उन्होंने कहा कि जनवरी के तीसरे सप्ताह में इसकी जानकारी मिली। 29 जनवारी को इसके विषय में सीबीआई और संबंधित एजेंसी को बताया तथा 30 जनवरी को एफआईआर दर्ज की गई। बैंक ने संदिग्ध लेनदेन के बारे में अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और गीतांजिल जेम्स के खिलाफ सीबीआई में अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई है।