SBI प्रमुख का दावा, नकदी की समस्या का कल तक हो जायेगा समाधान

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नोटबंदी के बाद एक बार फिर देश के कई राज्यों के बैंकों और ATM मशीनों में कैश का संकट गहरा गया है। कई एटीएम के चक्कर लगाने के बावजूद लोगों को कैश नहीं मिल पा रहा है। देश में एक तरफ जहां एटीएम मशीनों में कैश की किल्लत के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में करंसी प्रिटिंग प्रेस में नोटों की छपाई का काम बंद होने की खबर आ रही है।

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इसी बीच, भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने गुरुवार(19 अप्रैल) को कहा कि कुछ राज्यों में सामने आ रही नकदी की कमी की समस्या का कल तक समाधान कर लिया जायेगा, इन राज्यों में नकदी भेजी जा रही है। कुमार ने कहा कि कुछ इलाके ही ऐसे हैं जहां नकदी की कमी से एटीएम मशीनें चलाने में दिक्कत आ रही है या जहां कुछ विशेष तरह के नोटों की कमी है।

समाचार एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, रजनीश कुमार ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि, ‘‘यह कोई सार्वभौमिक नकदी की कमी वाली समस्या नहीं है, यह तेलंगाना और बिहार जैसे इलाकों में हैं। हमें उम्मीद है कि यह समस्या कल तक सुलझ जाएगी क्योंकि नकदी को भेजा जा रहा है और यह इन राज्यों में आज शाम तक पहुंच जाएगी।’’

इस हफ्ते की शुरुआत में वित्त मंत्रालय ने कहा था कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और बिहार जैसे देश के कुछ राज्यों में अचानक से नकदी की मांग बढ़ गई है। इस महीने के शुरुआती 13 दिनों में 45,000 करोड़ रुपये की मांग बढ़ गई है।

साथ ही कुमार ने कहा कि इस कमी के लिए नकदी को अपने पास रोक लेने वाले लोग जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि लोग यदि नकदी निकालते हैं तो उन्हें इसे वापस बैंक में भी जमा कराना होता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर हम कितनी भी नकदी की आपूर्ति कर लें यह देश के लिए अपर्याप्त ही रहेगी।

आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि सरकार को संदेह है कि 2,000 रुपये के नोट की जमाखोरी की जा रही है। क्योंकि यह नोट वापस बैंकिंग तंत्र में नहीं लौट रहा है। नकदी की तंगी से निपटने के लिये 500 रुपये के नोट की छपाई पांच गुणा तेज कर दी गई है।

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