नई दिल्ली। आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट से चार साल की सजा मिलने के बाद एआईएडीएमके नेता शशिकला नटराजन ने बुधवार(15 फरवरी) को आखिरकार बेंगलुरु कोर्ट जाकर सरेंडर कर दिया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को शशिकला को झटका देते हुए आत्मसमर्पण करने के लिए और अधिक समय देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि उन्हें तुरंत सरेंडर करना होगा।
शीर्ष अदालत ने कहा कि हम इस पर कोई आदेश नहीं देना चाहते। हम इस फैसले में कोई भी बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। दरअसल, शशिकला के वकील केटीएस तुलसी ने कोर्ट से कहा कि जेल जाने से पहले अपने काम निपटाने के लिए शशिकला आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ समय चाहती हैं।
सरेंडर करने के लिए घर से निकल से पहले शशिकला ने मरीना बीच पर जया मेमोरियल पर पहुुंचीं और तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दे कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को दोषी करार देते हुए मंगलवार(14 फरवरी) को चार साल की सजा सुनाई। साथ ही 10 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को 3 साल जेल में बिताने का आदेश दिया है, क्योंकि वह 6 महीने पहले ही जेल में बिता चुकी हैं। साथ ही इस सजा के चलते अब वह 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। दरअसल, कानून के मुताबिक, सजा पाया व्यक्ति सजा की अवधि के बाद 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ सकता है। शशिकला के दो साथियों को भी सजा सुनाई गई है।
इस बीच दोषी करार दिए जाने के बाद मंगलवार को शशिकला गुट ने तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया। साथ ही एआईएडीएमके ने इदापदी के. पलानीसामी को विधायक दल का नेता घोषित किया है।